Saturday 30 September 2017

प्राकृतिक घड़ी पर आधारित शरीर की दिनचर्या

प्राकृतिक घड़ी पर आधारित शरीर की दिनचर्या
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प्रातः 3 से 5 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से फेफड़ो में होती है। थोड़ा गुनगुना पानी पीकर खुली हवा में घूमना एवं प्राणायाम करना । इस समय दीर्घ श्वसन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता खूब विकसित होती है। उन्हें शुद्ध वायु (आक्सीजन) और ऋण आयन विपुल मात्रा में मिलने से शरीर स्वस्थ व स्फूर्तिमान होता है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले लोग बुद्धिमान व उत्साही होते है, और सोते रहनेवालो का जीवन निस्तेज हो जाता है ।

प्रातः 5 से 7 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से आंत में होती है। प्रातः जागरण से लेकर सुबह 7 बजे के बीच मल-त्याग एवं स्नान कर लेना चाहिए । सुबह 7 के बाद जो मल – त्याग करते है उनकी आँतें मल में से त्याज्य द्रवांश का शोषण कर मल को सुखा देती हैं। इससे कब्ज तथा कई अन्य रोग उत्पन्न होते हैं।

प्रातः 7 से 9 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से आमाशय में होती है। यह समय भोजन के लिए उपयुक्त है । इस समय पाचक रस अधिक बनते हैं।

प्रातः 11 से 1 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से हृदय में होती है। दोपहर 12 बजे के आस–पास मध्याह्न – संध्या (आराम ) करने की हमारी संस्कृति में विधान है। इसीलिए भोजन वर्जित है। इस समय तरल पदार्थ ले सकते है। जैसे मट्ठा पी सकते है। दही खा सकते है ।

दोपहर 1 से 3 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से छोटी आंत में होती है। इसका कार्य आहार से मिले पोषक तत्त्वों का अवशोषण व व्यर्थ पदार्थों को बड़ी आँत की ओर धकेलना है। भोजन के बाद प्यास अनुरूप पानी पीना चाहिए । इस समय भोजन करने अथवा सोने से पोषक आहार-रस के शोषण में अवरोध उत्पन्न होता है व शरीर रोगी तथा दुर्बल हो जाता है ।

दोपहर 3 से 5 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से मूत्राशय में होती है । 2-4 घंटे पहले पिये पानी से इस समय मूत्र-त्याग की प्रवृति होती है।

शाम 5 से 7 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से गुर्दे में होती है। इस समय हल्का भोजन कर लेना चाहिए। शाम को सूर्यास्त से 40 मिनट पहले भोजन कर लेना उत्तम रहेगा। सूर्यास्त के 10 मिनट पहले से 10 मिनट बाद तक (संध्याकाल) भोजन न करे। शाम को भोजन के तीन घंटे बाद दूध पी सकते है । देर रात को किया गया भोजन सुस्ती लाता है यह अनुभवगम्य है।

रात्री 7 से 9 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से मस्तिष्क में होती है । इस समय मस्तिष्क विशेष रूप से सक्रिय रहता है । अतः प्रातःकाल के अलावा इस काल में पढ़ा हुआ पाठ जल्दी याद रह जाता है । आधुनिक अन्वेषण से भी इसकी पुष्टी हुई है।

रात्री 9 से 11 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से रीढ़ की हड्डी में स्थित मेरुरज्जु में होती है। इस समय पीठ के बल या बायीं करवट लेकर विश्राम करने से मेरूरज्जु को प्राप्त शक्ति को ग्रहण करने में मदद मिलती है। इस समय की नींद सर्वाधिक विश्रांति प्रदान करती है । इस समय का जागरण शरीर व बुद्धि को थका देता है । यदि इस समय भोजन किया जाय तो वह सुबह तक जठर में पड़ा रहता है, पचता नहीं और उसके सड़ने से हानिकारक द्रव्य पैदा होते हैं जो अम्ल (एसिड) के साथ आँतों में जाने से रोग उत्पन्न करते हैं। इसलिए इस समय भोजन करना खतरनाक है।

रात्री 11 से 1 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से पित्ताशय में होती है । इस समय का जागरण पित्त-विकार, अनिद्रा , नेत्ररोग उत्पन्न करता है व बुढ़ापा जल्दी लाता है । इस समय नई कोशिकाएं बनती है ।

रात्री 1 से 3 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से लीवर में होती है । अन्न का सूक्ष्म पाचन करना यह यकृत का कार्य है। इस समय का जागरण यकृत (लीवर) व पाचन-तंत्र को बिगाड़ देता है । इस समय यदि जागते रहे तो शरीर नींद के वशीभूत होने लगता है, दृष्टि मंद होती है और शरीर की प्रतिक्रियाएं मंद होती हैं। अतः इस समय सड़क दुर्घटनाएँ अधिक होती हैं।

नोट :-- ऋषियों व आयुर्वेदाचार्यों ने बिना भूख लगे भोजन करना वर्जित बताया है। अतः प्रातः एवं शाम के भोजन की मात्रा ऐसी रखे, जिससे ऊपर बताए भोजन के समय में खुलकर भूख लगे। जमीन पर कुछ बिछाकर सुखासन में बैठकर ही भोजन करें। इस आसन में मूलाधार चक्र सक्रिय होने से जठराग्नि प्रदीप्त रहती है। कुर्सी पर बैठकर भोजन करने में पाचनशक्ति कमजोर तथा खड़े होकर भोजन करने से तो बिल्कुल नहींवत् हो जाती है। इसलिए ʹबुफे डिनर से बचना चाहिए।

पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का लाभ लेने हेतु सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में करके ही सोयें, अन्यथा अनिद्रा जैसी तकलीफें होती हैं।

शरीर की जैविक घड़ी को ठीक ढंग से चलाने हेतु रात्रि को बत्ती बंद करके सोयें। इस संदर्भ में हुए शोध चौंकाने वाले हैं। देर रात तक कार्य या अध्ययन करने से और बत्ती चालू रख के सोने से जैविक घड़ी निष्क्रिय होकर भयंकर स्वास्थ्य-संबंधी हानियाँ होती हैं।

क्यों मनाई जाती है नवरात्रि?

क्यों मनाई जाती है *नवरात्रि?*
क्यों की जाती है *आराधना माँ दुर्गा की?*

         दो कथाएँ........
पहली कथा.....
       ब्रह्माजी ने श्रीराम से रावण-वध के लिए चंडी देवी का पूजन कर देवी को प्रसन्न करने को कहा था।
        विधि के अनुसार चंडी पूजन और हवन हेतु दुर्लभ 108 नीलकमल की व्यवस्था भी ब्रह्मा जी ने करवा दी।
       दूसरी ओर रावण ने भी अमरत्व प्राप्त करने के लिए चंडी पाठ प्रारंभ कर दिया।
      यही नहीं रावण ने अपनी मायावी शक्तियों से श्रीराम के पूजास्थल से  एक नीलकमल ग़ायब कर दिया, जिससे भगवान् श्रीराम की पूजा बाधित हो जाए।
         इससे श्रीराम का संकल्प टूटता नज़र आया।  इस बात से सभी भयभीत  हो गए कि कहीं माँ दुर्गा कुपित न हो जाएँ।
अचानक श्रीराम को याद आया कि उन्हें *कमल-नयन नवकंज लोचन*.. भी कहा जाता है, तो क्यों न एक नेत्र को वह माँ की पूजा में समर्पित कर दें।  
         श्रीराम ने जैसे ही तूणीर से अपने नेत्र को निकालना चाहा तभी माँ दुर्गा प्रकट हुईं और उन्होंने श्री राम को विजयश्री का आशीर्वाद दे दिया।
        इधर हनुमान जी ने भी चाल चली।
       रावण की पूजा के समय हनुमान जी ब्राह्मण बालक का रूप धरकर वहाँ पहुँच गए और पूजा कर रहे ब्राह्मणों से एक श्लोक ..
*जयादेवी भूर्तिहरिणी*.. में *हरिणी के स्थान पर करिणी* उच्चारित करा दिया।
      इससे *माँ दुर्गा* रावण से नाराज़ हो गईं और रावण को *श्राप* दे दिया जिससे *रावण का सर्वनाश* हो गया।
दूसरी कथा......
      *महिषासुर* को उसकी उपासना से ख़ुश होकर देवताओं ने उसे *अजेय* होने का वर प्रदान कर दिया था।
       उस वरदान को पाकर महिषासुर ने उसका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया और नरक को स्वर्ग के द्वार तक विस्तारित कर दिया।
     महिषासुर ने सूर्य,चन्द्र, इन्द्र,अग्नि,वायु,यम,वरुण और अन्य देवतओं के भी अधिकार छीन लिए और स्वर्गलोक का मालिक बन बैठा।
      देवताओं को महिषासुर के भय से पृथ्वी पर विचरण करना पड़ रहा था।
      महिषासुर के दुस्साहस से क्रोधित होकर देवताओं ने माँ दुर्गा की रचना की।   
     महिषासुर का वध करने के लिए देवताओं ने अपने सभी अस्त्र-शस्त्र माँ दुर्गा को समर्पित कर दिए थे।
       नौ दिनों तक उनका महिषासुर से संग्राम चला था और अन्त में महिषासुर का वध करके माँ दुर्गा *महिषासुरमर्दिनी* कहलाईं।
         शारदीय नवरात्रि के रूप में मनाया जाने वाला पर्व दुर्गा-पूजा और दशहरे के रूप में मशहूर है,
      जबकि चैत्र में मनाया जाने वाला पर्व रामनवमी और बसंत नवमी के रूप में प्रसिद्ध है।
        ऐसा माना जाता है कि चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था।
        नवमी के दिन लोग श्रीराम की झाँकियाँ भी निकालते हैं।
        दक्षिण भारत में पहले दिन विशेष पूजा होती है। आम पल्लव और नारियल से सजा हुआ कलश मुख्यद्वार पर रखा जाता है।
          नवरात्रि में हम शक्ति की देवी माँ दुर्गा की उपासना करते हैं।
      इस दौरान कुछ भक्त नौ दिन का उपवास रखते हैं तो कुछ सिर्फ़ प्रथम और अन्तिम दिन फलाहार का सेवन करते हैं। शेष दिन सामान्य भोजन करते हैं। लेकिन लोग मांसाहार कभी नहीं करते।
      अधिकतर श्रद्धालु दुर्गासप्तशती का पाठ करते हैं।
     दरअस्ल नवरात्रि में *उपासना और उपवास* का विशेष महत्व है।
     *उप* का अर्थ है.....
                    *निकट*
    *वास* का अर्थ है......  
                    *निवास*
    अर्थात् *ईश्वर से निकटता* बढ़ाना।
    कुल मिलाकर यह माना जाता है कि उपवास के माध्यम से हम ईश्वर(माँ ) को अपने मन में ग्रहण करते हैं,मन में ईश्वर का वास हो जाता है।
      यह भी मानते हैं कि आज की परिस्थितियों में उपवास के बहाने हम अपनी *आत्मिक शुद्धि* भी कर सकते हैं,अपनी जीवनशैली में सुधार ला सकते हैं।
     हिन्दू धर्म में या(शास्त्र के अनुसार) उपवास का सीधा-सा अर्थ है......   
     *आध्यात्मिक आनंद की प्राप्ति* के लिए अपनी भौतिक आवश्यकताओं का परित्याग करना।
      सामान्य भाषा में बात करें तो.......
      भोजन (खाना ) लेने से हमारी इंन्द्रियाँ तृप्त हो जाती हैं और मन पर तन्द्रा हावी होती है।
      कम मात्रा में भोजन कर या फलाहार कर हम इन्द्रियों को नियंत्रित करना सीखते हैं।
     वैज्ञानिकों के अनुसार भी जब आपका पेट भरा होता है तो आपकी बुद्धि सो जाती है, विवेक मौन हो जाता है।
     उपवास रखने से हमारे तन और मन दोनों का शुद्धिकरण होता है, हमारा दिमाग़ पाचक अग्नि की तरफ़ नहीं जाता। ऊर्जा-संग्रहण से मन चैतन्य रहता है।
        उपवास से हम दूसरों के कष्ट का भी अहसास कर सकते हैं।
        यह शरीर और आत्मा को एकाकार करने का माध्यम तो है ही, इससे भागम-भाग वाली जीवनशैली से भी कुछ समय के लिए निजात पाया जा सकता है।
   

Tuesday 26 September 2017

Latest gk who's who in hindi

Latest gk who's who in hindi

1. भारत के प्रमुख व्यक्ति एवं उनके कार्य-

1." ओउम जय जगदीश हरे "आरती के लेखक - श्रद्धाराम फिल्लौरी

2.वन महोत्सव के जनक   - के.एम. मुंशी

3.सिनेमा के जनक - दादा साहब फाल्के        

4.पंचायती राज के जनक   - बलवन्त राय मेहता

5. परमाणु कार्यक्रम के जनक- होमी जहांगीर भाभा

6.भारतीय अर्थशास्त्र के जनक- एम.विश्वेश्वररैया

7.माऊट एवरेस्ट की खोज  -  जार्ज एवरेस्ट

8.हरित क्रांति के जनक- एम.एस.स्वामीनाथन

9.श्वेत क्रांति के जनक-  वर्गीस कुरियन

10.नागरिक उड्डयन के जनक   -जे.आर.डी.टाटा

11.जयपुर फुट के निर्माता  - प्रमोद करण सेठी

12.आधुनिक पुलिस एक्ट के निर्माता   -बर्टल फ्रेरे

13.सिविल सेवा के जनक  - कार्नवालिस

14.भूदान आन्दोलन के जनक -विनोबा भावे

15.चिपको आन्दोलन के  जनक -सुन्दरलाल बहुगुणा- चंडी प्रसाद भट्ट

16.नक्सलवाद के जनक  -चारू मजूमदार

17.जनहित याचिका के जनक  - पी.एन.भगवती

18.लोक अदालत के  जनक - पी.एन.भगवती

19.लाइफ लाईन एक्सप्रेसके  जनक  - जान विल्शन

20.ब्लेक होल के खोज  -  जयंत नार्लीकर

21.मिसाइल कार्यक्रम के जनक - ए.पी.जे.अब्दुल कलाम

22.नर्मदा बचाओं आन्दोलन- मेघा पाटकर

23.पौधो में जीवन की खोज- जगदीश चन्दु बसु

24.हिन्दू विधि निर्माता -   मनु

25.आधुनिक तिरंगा के निर्माता  -  पिगली वेंकैया

26.खुले जेल के संस्थापक - सम्पूर्णानंद

27.भारत जोडो आंदोलन  -  बाबा आम्टे

28.बंधुआ मजदूर उन्मूलन आंदोलन  -  स्वामी अग्निवेश

29.बालविवाह निषेध कानून का निर्माण  -हरविलास शारदा

30.विधवा पुर्नविवाह आन्दोलन- ईश्वर चन्द्र विद्यासागर

31.जल संरक्षण आन्दोलन- राजेन्द्र सिंह

32.प्रोजेक्ट टाईगर-  कैलाश सांख्ला

33.देशी रियासतों का एकीकरण- बल्लभभाई पटेल

34.ह्दय परिवर्तन-   जयप्रकाश नारायण

35.उर्दू कविता के जनक-  अमीर खुसरों

36.सितार के जनक-  अमीर खुसरों

37.शून्यवाद-    नागार्जुन

38.वेदों का  पुनरुत्थान -  दयानंद सरस्वती

39.वर्धा शिक्षा प्रणाली-  डा. जाकिर हुसैन

40. स्त्री शिक्षा- केशव कर्वे

41.गुरूग्रंथ साहिब संकलन-  गुरू अर्जुन देव

42.कांग्रेस समाजवादी दल -जयप्रकाश नारायण

43.निर्गुन ब्रह्म के संस्थापक- कबीर

44.रस चिकित्सा-   नागार्जुन

45.सिख राज्य के संस्थापक- रणजीत सिंह

46.कम्प्यूटर क्रांति-   सैम पित्रोदा

47.सनातन धर्म के संस्थापक-  शंकराचार्य

48.आधुनिक बंगाल के निर्माता- सुरेन्द्र नाथ बनर्जी

49.मालगुजारी व्यवस्था-   टोडरमल

50.द्विराष्ट्र सिद्धांत-  सैय्यद अहमद खां

51.खालिस्तान आन्दोलन- डा. जगजीत सिंह चैहान

52.भारत छोड़ो आंदोलन  -  गांधी जी

53.अशोक के शिलालेखो को सर्वप्रथम पढ़ने वाला- जेम्सप्रिन्सेप

54.अशोक के शिलालेखों की खोज- पान्द्रेटीपेन्टोलर

55.अशोक को बौद्ध धर्म में दीक्षित किया- उपगुप्त

56. गुप्त वंश की स्थापना - श्रीगुप्त

57. एरण की खोज -   के .डी. बाजपेई

58. भीमबैठका की खोज - श्रीधर वाकणकर

59. सांची स्तपों का निर्माण - अशोक

60. सांची स्तूपों की खोज - जनरल टेलर

61. खजुराहों मंदिरों का निर्माण -नरसिंह वर्मन (चंदेलराजा)

62. खजुराहों मंदिरों की खोज - अल्फ्रेड लायल

63. कुषाण वंश का संस्थापक - कुजुल कदफिस

64. आयुर्वेद के जनक    -  धन्वंतरि

65. शल्य चिकित्सा -   सुश्रुप्त

66. सूर्य सिद्धांत -    आर्यभट्ट

67. राजपूतों की उत्पत्ति का अग्निकुंड सिद्धांत  -  चंदबरदाई

68. सिन्धु सभ्यता की खोज- दयाराम साहनी एवं राखलदास बनर्जी

69. पुरातत्व विभाग का संस्थापक -  अलेक्जेन्डर कर्निघम

70. वेदों का अध्ययन   - मैक्समूलर (जर्मनी)

71.पाटलीपुत्र का सस्थापक - उदयन

72. विक्रम संवत्  - राजा विक्रमादित्य

73. शक संवत् -   कनिष्क

74. मौर्य वंश का संस्थापक -  चन्द्रगुप्त मौर्य 

75. भक्ति आन्दोलन -  चैतन्य महाप्रभु

76. हिन्दू धर्म का पुनरूत्थान  - शंकराचार्य

77. मुगल वंश का संस्थापक  - बाबर

78. ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माता  - शेरशाह सूरी

79. रूपये का प्रचलन   - शेरशाह सूरी

80. कुतुबमीनार का निर्माण  - कुतुबुद्दीन ऐवक एवं इल्तुतमिश

81. बाजार नीति  - अलाउद्दीन खिल्जी

82. लौह एवं रक्त नीति सजदा प्रथा, एवं नौरोज त्यौहार   -बलवन

83. सोमनाथ मंदिर का विघ्वंश -  मोहम्मद गजनवी

84. सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण  - सरदार पटैल

85. बाबरी मस्जिद का निर्माण -   मीरबाकी

86. ताजमहल का वास्तुकार  - उस्ताद ईसा

87. दीन-ए-इलाही धर्म, सुलह कुल की नीति,इबादत खाने की स्थापना, फतेहपुर सीकरी का निर्माण, मजहर की घोषणा- अकबर

88.राजधानी परिवर्तन, सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन  -मोहम्मद तुगलक

89. आगरा का संस्थापक   - सिकन्दर लोदी

90. जयपुर का संस्थापक  -  सवाई राजा जयसिंह

91. जंतर-मंतर के संस्थापक  - सवाई राजा जयसिंह

92. चारों मठों के संस्थापक - शंकराचार्य

93. माउंट अबू मंदिरों के निर्माता -  विमलशाह

94. दिल्ली के वास्तुकार  -  एडविन लुटयंस

95. राष्ट्रपति भवन के वास्तुकार  - एडविन लुटयंस

96. संसद के वास्तुकार  - एडविन लुटयंस एवं हावर्ड वेकर

97.कोलकाता का संस्थापक  - जाब चारनाक

98. मुम्बई का संस्थापक  - आनोल्ड आग्जियर

99. भुवनेश्वर का वास्तुकार  - कोनिस बर्गर

100 .चंडीगढ का वास्तुकार  - ली कार्बुरियर

101.भारत भवन भोपाल का वास्तुकार - चार्ल्स  कोरिया

102.इंदौर की स्थापना  - रानी अहिल्या बाई

103.गुलाब के इत्र का अविष्कार  - नूरजहा

104.सांख्य दर्शन  - कपिल मुनि

105.योग दर्शन  - पतंजलि

106.न्याय दर्शन   -  गौतम

107.मीमांशा दर्शन  - जैमिनी

108.उत्तर मीमांशा दर्शन - बादरायण

109. सुखवाद  - चार्वाक

110.बौद्ध धर्म  - महात्मा बुद्ध

111.जैन धर्म  -  महावीर स्वामी

112. सिक्ख धर्म  - गुरूनानक

113.ब्रह्म समाज - राजाराम मोहन राय

114.आर्य समाज - दयानंद सरस्वती

115. प्रार्थना समाज - आत्माराम पाण्डुरंग

116. वेद समाज  -  श्रीधर नायडू

117. थियोसोफीकल सोसाइटी - मेंडम ब्लेवत्सकी एवं हेनरी अल्काट

118. सत्यशोधक समाज  - ज्योतिबा फुले

119. कूका विद्रोह - रामसिंह

120. अड़यार आश्रम  - एनीबीसेंट

121. अरूविले आश्रम - अरविन्द घोष

122. रामकृष्ण मिशन - विवेकानंद

123. वेलुर मठ  - स्वामी विवेकानंद

124. शिकागों में भाषण - विवेकानंद (1893)

125. न्यूयार्क में वेदांत सोसाइटी  - विवेकानंद

126. गणेश एवं शिवाजी उत्सव -  बाल गंगाधर तिलक

127. एशियाटिक सोसाइटी आफ बंगाल- विलियम जोन्स

128. साइंटिफिक सोसाइटी -  अब्दुल लतीक

129. मोहम्मडन एंग्लो ओरियंटल कालेज-सर सैय्यद अहमद खांन

130. कांग्रेस की स्थापना   - ए0ओ0 ह्यूम

131. इंडियन एसोसिएशन -  सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

132. तत्व बोधिनी सभा  -देवेन्द्र नाथ टैगोर

133. ब्रिटिश सार्वजनिक सभा -  दादाभाई नौरोजी

134. रहनुमाई मजदायसान सभा   -दादाभाई नौरोजी

135. संथाल विद्रोह -  सिद्ध एवं कान्हू

136. मुंडा विद्रोह -   बिरसा मुंडा

137. रेल्वे, डाकतार विभाग, पी0डब्ल्यू0डी0 की स्थापना एवं हड़प नीति -  लार्ड डलहौजी

138. खुला विश्वविद्यालय  - लार्ड पैरी

139. महिला चिकित्सालय  - लेडी डफरिन (1885)

140. पुलिस व्यवस्था  -लार्ड कार्नवालिस (1793)

141. स्थायी बंदोबस्त  -लार्ड कार्नवालिस

142. अंग्रेजी शिक्षा -  लार्ड मैकाले

143. सहायक संधि  -लार्ड वेलेजली

144. रैय्यतवाडी व्यवस्था   - थामस मुनरो

145. सती प्रथा निषेध कानून कन्या वध, नरवलि, पिंडारी ठगों का अंत - लार्ड विलियम बैंटिंग

146. दिल्ली दरबार, वर्नाकुलर प्रेस एक्ट,आर्म्स एक्ट, द्वितीय अफगान युद्ध- लार्ड लिटन

147. इल्बर्ट बिल विवाद, लोकतांत्रिक विकेन्द्रीयकरण, प्रथम फैक्ट्री कानून, प्रथम नियमित जनगणना, बालश्रम उन्मूलन - लार्ड रिपन

148.अकर्मण्यता की नीति -जान लारेंस

149.सर्वेन्टस आफ इंडिया सोसाइटी -  गोपालकृष्ण गोखलने

150. मुस्लिम लीग - सलीमुल्ला एवं आगा खा

151.  बनारस हिन्दू कालेज -  एनीबीसेंट

152.बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय -  मदनमोहन मालवीय (1916 )

153.साम्प्रदायिक निर्वाचन पद्धति-   मार्ले एवं मिन्टो

154.गदर पार्टी की स्थापना  - लाला हरदयाल

155.राष्ट्रगीत की रचना-  बंकिम चंद्र चटर्जी

156.राष्ट्रगान  - रवीन्द्रनाथ टैगोर

157.शान्ति निकेतन -   रवीन्द्रनाथ टैगोर

158.हिन्दू महासभा -  मदनमोहन मालवीय

159.साबरमती आश्रम   -   गांधी जी

160.होमरूल लीग   -  तिलकजी (अप्रैल 1916)

161. आल इंडिया होमरूल लीग -  एनीबीसेंट

162. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ  -डा0 हेडगेवार

163. बहिष्कृत हितकारिणी सभा - डा0 अम्बेडकर

164. बारदोली सत्याग्रह - सरदार पटैल

165. खिलाफत आंदोलन- मुहम्मद एवं शौकत अली

166. स्वराज पार्टी    चितरंजन दास एवं मोतीलाल नेहरू

167. लालकुर्ती दल  - खान अब्दुल गफ्फार खान

168. हिन्दुस्तान लीग -  भगतसिंह

169. हरिजन सेवक संघ -  महात्मा गांधी

170. फारवर्ड ब्लाक  - सुभाष चंद्र बोस

171. आजाद हिन्द फौज -  कैप्टन मोहन सिंह

172. गांधी जी को महात्मा कहा- रविन्द्रनाथ टैगोर

173.गांधी जी को बापू कहां  - नेहरू जी

174.गांधी जी को राष्ट्र पिता  - सुभाष चंद्र बोस

175.मैथलीशरण गुप्त को राष्ट्रकवि -महात्मा गांधी

176.जिन्ना को कायदे आजम -  महात्मा गांधी

177.सुभाष चंद्र बोस को नेताजी -  हिटलर

178.नेहरू  जी को चाचा -   गांधी जी

179.पाकिस्तान नामक शब्द के जनक- रहमत अली चैधरी

180.आल इंडिया डिप्रेस्ड क्लास एसोसिएशन -   डा0 अम्बेडकर

181.साम्प्रदायिक प्रचार  -  रेमजे मैकडोनाल्ड

182. नेहरू रिपोर्ट  -  मोतीलाल नेहरू

183.जलियांवाला बाग हत्याकांड - जनरल डायर

184.संविधान सभा का विचार-  एम.एन. राय

185. जनसंघ की स्थापना -  श्यामाप्रसाद मुखर्जी

186. सर्वोदय योजना - जयप्रकाश नारायण

187. संविधान सभा के वैधानिक सलाहकार -  वी.एन.राव

188.नागरिक उड्डयन -   जे.आर.डी. टाटा

189.जलविद्युत एवं इस्पात उद्योग के जनक -जे.आर.डी. टाटा

190.भारतीय झंडा   - मेडम भीकाजी कामा (1907) (स्टटगार्ड जर्मनी)

191.जनजातियों को नेशनल पार्क की  अवधारणा   -बेरियर एल्विन

192.  गुरूमुखी लिपि, लंगर प्रथा   -गुरू अंगद

193.गुरू गंथ साहेब का संकलन  - अर्जुनदेव

194.अमृतसर के संस्थापक - गुरू रामदास

195.स्वर्ण मंदिर का निर्माण -  अर्जुन देव

196.खालसा पंथ   - गुरू गोविन्द सिंह

197.न्याय की जंजीर  - जहांगीर

198. परिवार न्यायालय -  पी.एन.    भगवती

199. भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के संस्थापक -  लार्ड क्लाइब

200. आदिवासियों के मसीहा -  ठक्कर बापा

201. गौ रक्षा संघ - महात्मा गांधी

202. एशियाई खेलो के जनक   - गुरुदत्त सोधी

203. आगरे का लाल किला   - अकबर

204. दिल्ली का लाल किला - शाहजहा

205. कांग्रेस का नामकरण  - दादा भाई नौरोजी

206. अभिनव भारत   - वीर सावरकर

207. भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी   - एम.एन. राय

208.बचपन बचाओ-    कैलाश सत्यार्थी

209. परिवार नियोजन -   एम. एस. सेंगर1. भारत के प्रमुख व्यक्ति एवं उनके कार्य-

1." ओउम जय जगदीश हरे "आरती के लेखक - श्रद्धाराम फिल्लौरी

2.वन महोत्सव के जनक   - के.एम. मुंशी

3.सिनेमा के जनक - दादा साहब फाल्के        

4.पंचायती राज के जनक   - बलवन्त राय मेहता

5. परमाणु कार्यक्रम के जनक- होमी जहांगीर भाभा

6.भारतीय अर्थशास्त्र के जनक- एम.विश्वेश्वररैया

7.माऊट एवरेस्ट की खोज  -  जार्ज एवरेस्ट

8.हरित क्रांति के जनक- एम.एस.स्वामीनाथन

9.श्वेत क्रांति के जनक-  वर्गीस कुरियन

10.नागरिक उड्डयन के जनक   -जे.आर.डी.टाटा

11.जयपुर फुट के निर्माता  - प्रमोद करण सेठी

12.आधुनिक पुलिस एक्ट के निर्माता   -बर्टल फ्रेरे

13.सिविल सेवा के जनक  - कार्नवालिस

14.भूदान आन्दोलन के जनक -विनोबा भावे

15.चिपको आन्दोलन के  जनक -सुन्दरलाल बहुगुणा- चंडी प्रसाद भट्ट

16.नक्सलवाद के जनक  -चारू मजूमदार

17.जनहित याचिका के जनक  - पी.एन.भगवती

18.लोक अदालत के  जनक - पी.एन.भगवती

19.लाइफ लाईन एक्सप्रेसके  जनक  - जान विल्शन

20.ब्लेक होल के खोज  -  जयंत नार्लीकर

21.मिसाइल कार्यक्रम के जनक - ए.पी.जे.अब्दुल कलाम

22.नर्मदा बचाओं आन्दोलन- मेघा पाटकर

23.पौधो में जीवन की खोज- जगदीश चन्दु बसु

24.हिन्दू विधि निर्माता -   मनु

25.आधुनिक तिरंगा के निर्माता  -  पिगली वेंकैया

26.खुले जेल के संस्थापक - सम्पूर्णानंद

27.भारत जोडो आंदोलन  -  बाबा आम्टे

28.बंधुआ मजदूर उन्मूलन आंदोलन  -  स्वामी अग्निवेश

29.बालविवाह निषेध कानून का निर्माण  -हरविलास शारदा

30.विधवा पुर्नविवाह आन्दोलन- ईश्वर चन्द्र विद्यासागर

31.जल संरक्षण आन्दोलन- राजेन्द्र सिंह

32.प्रोजेक्ट टाईगर-  कैलाश सांख्ला

33.देशी रियासतों का एकीकरण- बल्लभभाई पटेल

34.ह्दय परिवर्तन-   जयप्रकाश नारायण

35.उर्दू कविता के जनक-  अमीर खुसरों

36.सितार के जनक-  अमीर खुसरों

37.शून्यवाद-    नागार्जुन

38.वेदों का  पुनरुत्थान -  दयानंद सरस्वती

39.वर्धा शिक्षा प्रणाली-  डा. जाकिर हुसैन

40. स्त्री शिक्षा- केशव कर्वे

41.गुरूग्रंथ साहिब संकलन-  गुरू अर्जुन देव

42.कांग्रेस समाजवादी दल -जयप्रकाश नारायण

43.निर्गुन ब्रह्म के संस्थापक- कबीर

44.रस चिकित्सा-   नागार्जुन

45.सिख राज्य के संस्थापक- रणजीत सिंह

46.कम्प्यूटर क्रांति-   सैम पित्रोदा

47.सनातन धर्म के संस्थापक-  शंकराचार्य

48.आधुनिक बंगाल के निर्माता- सुरेन्द्र नाथ बनर्जी

49.मालगुजारी व्यवस्था-   टोडरमल

50.द्विराष्ट्र सिद्धांत-  सैय्यद अहमद खां

51.खालिस्तान आन्दोलन- डा. जगजीत सिंह चैहान

52.भारत छोड़ो आंदोलन  -  गांधी जी

53.अशोक के शिलालेखो को सर्वप्रथम पढ़ने वाला- जेम्सप्रिन्सेप

54.अशोक के शिलालेखों की खोज- पान्द्रेटीपेन्टोलर

55.अशोक को बौद्ध धर्म में दीक्षित किया- उपगुप्त

56. गुप्त वंश की स्थापना - श्रीगुप्त

57. एरण की खोज -   के .डी. बाजपेई

58. भीमबैठका की खोज - श्रीधर वाकणकर

59. सांची स्तपों का निर्माण - अशोक

60. सांची स्तूपों की खोज - जनरल टेलर

61. खजुराहों मंदिरों का निर्माण -नरसिंह वर्मन (चंदेलराजा)

62. खजुराहों मंदिरों की खोज - अल्फ्रेड लायल

63. कुषाण वंश का संस्थापक - कुजुल कदफिस

64. आयुर्वेद के जनक    -  धन्वंतरि

65. शल्य चिकित्सा -   सुश्रुप्त

66. सूर्य सिद्धांत -    आर्यभट्ट

67. राजपूतों की उत्पत्ति का अग्निकुंड सिद्धांत  -  चंदबरदाई

68. सिन्धु सभ्यता की खोज- दयाराम साहनी एवं राखलदास बनर्जी

69. पुरातत्व विभाग का संस्थापक -  अलेक्जेन्डर कर्निघम

70. वेदों का अध्ययन   - मैक्समूलर (जर्मनी)

71.पाटलीपुत्र का सस्थापक - उदयन

72. विक्रम संवत्  - राजा विक्रमादित्य

73. शक संवत् -   कनिष्क

74. मौर्य वंश का संस्थापक -  चन्द्रगुप्त मौर्य 

75. भक्ति आन्दोलन -  चैतन्य महाप्रभु

76. हिन्दू धर्म का पुनरूत्थान  - शंकराचार्य

77. मुगल वंश का संस्थापक  - बाबर

78. ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माता  - शेरशाह सूरी

79. रूपये का प्रचलन   - शेरशाह सूरी

80. कुतुबमीनार का निर्माण  - कुतुबुद्दीन ऐवक एवं इल्तुतमिश

81. बाजार नीति  - अलाउद्दीन खिल्जी

82. लौह एवं रक्त नीति सजदा प्रथा, एवं नौरोज त्यौहार   -बलवन

83. सोमनाथ मंदिर का विघ्वंश -  मोहम्मद गजनवी

84. सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण  - सरदार पटैल

85. बाबरी मस्जिद का निर्माण -   मीरबाकी

86. ताजमहल का वास्तुकार  - उस्ताद ईसा

87. दीन-ए-इलाही धर्म, सुलह कुल की नीति,इबादत खाने की स्थापना, फतेहपुर सीकरी का निर्माण, मजहर की घोषणा- अकबर

88.राजधानी परिवर्तन, सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन  -मोहम्मद तुगलक

89. आगरा का संस्थापक   - सिकन्दर लोदी

90. जयपुर का संस्थापक  -  सवाई राजा जयसिंह

91. जंतर-मंतर के संस्थापक  - सवाई राजा जयसिंह

92. चारों मठों के संस्थापक - शंकराचार्य

93. माउंट अबू मंदिरों के निर्माता -  विमलशाह

94. दिल्ली के वास्तुकार  -  एडविन लुटयंस

95. राष्ट्रपति भवन के वास्तुकार  - एडविन लुटयंस

96. संसद के वास्तुकार  - एडविन लुटयंस एवं हावर्ड वेकर

97.कोलकाता का संस्थापक  - जाब चारनाक

98. मुम्बई का संस्थापक  - आनोल्ड आग्जियर

99. भुवनेश्वर का वास्तुकार  - कोनिस बर्गर

100 .चंडीगढ का वास्तुकार  - ली कार्बुरियर

101.भारत भवन भोपाल का वास्तुकार - चार्ल्स  कोरिया

102.इंदौर की स्थापना  - रानी अहिल्या बाई

103.गुलाब के इत्र का अविष्कार  - नूरजहा

104.सांख्य दर्शन  - कपिल मुनि

105.योग दर्शन  - पतंजलि

106.न्याय दर्शन   -  गौतम

107.मीमांशा दर्शन  - जैमिनी

108.उत्तर मीमांशा दर्शन - बादरायण

109. सुखवाद  - चार्वाक

110.बौद्ध धर्म  - महात्मा बुद्ध

111.जैन धर्म  -  महावीर स्वामी

112. सिक्ख धर्म  - गुरूनानक

113.ब्रह्म समाज - राजाराम मोहन राय

114.आर्य समाज - दयानंद सरस्वती

115. प्रार्थना समाज - आत्माराम पाण्डुरंग

116. वेद समाज  -  श्रीधर नायडू

117. थियोसोफीकल सोसाइटी - मेंडम ब्लेवत्सकी एवं हेनरी अल्काट

118. सत्यशोधक समाज  - ज्योतिबा फुले

119. कूका विद्रोह - रामसिंह

120. अड़यार आश्रम  - एनीबीसेंट

121. अरूविले आश्रम - अरविन्द घोष

122. रामकृष्ण मिशन - विवेकानंद

123. वेलुर मठ  - स्वामी विवेकानंद

124. शिकागों में भाषण - विवेकानंद (1893)

125. न्यूयार्क में वेदांत सोसाइटी  - विवेकानंद

126. गणेश एवं शिवाजी उत्सव -  बाल गंगाधर तिलक

127. एशियाटिक सोसाइटी आफ बंगाल- विलियम जोन्स

128. साइंटिफिक सोसाइटी -  अब्दुल लतीक

129. मोहम्मडन एंग्लो ओरियंटल कालेज-सर सैय्यद अहमद खांन

130. कांग्रेस की स्थापना   - ए0ओ0 ह्यूम

131. इंडियन एसोसिएशन -  सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

132. तत्व बोधिनी सभा  -देवेन्द्र नाथ टैगोर

133. ब्रिटिश सार्वजनिक सभा -  दादाभाई नौरोजी

134. रहनुमाई मजदायसान सभा   -दादाभाई नौरोजी

135. संथाल विद्रोह -  सिद्ध एवं कान्हू

136. मुंडा विद्रोह -   बिरसा मुंडा

137. रेल्वे, डाकतार विभाग, पी0डब्ल्यू0डी0 की स्थापना एवं हड़प नीति -  लार्ड डलहौजी

138. खुला विश्वविद्यालय  - लार्ड पैरी

139. महिला चिकित्सालय  - लेडी डफरिन (1885)

140. पुलिस व्यवस्था  -लार्ड कार्नवालिस (1793)

141. स्थायी बंदोबस्त  -लार्ड कार्नवालिस

142. अंग्रेजी शिक्षा -  लार्ड मैकाले

143. सहायक संधि  -लार्ड वेलेजली

144. रैय्यतवाडी व्यवस्था   - थामस मुनरो

145. सती प्रथा निषेध कानून कन्या वध, नरवलि, पिंडारी ठगों का अंत - लार्ड विलियम बैंटिंग

146. दिल्ली दरबार, वर्नाकुलर प्रेस एक्ट,आर्म्स एक्ट, द्वितीय अफगान युद्ध- लार्ड लिटन

147. इल्बर्ट बिल विवाद, लोकतांत्रिक विकेन्द्रीयकरण, प्रथम फैक्ट्री कानून, प्रथम नियमित जनगणना, बालश्रम उन्मूलन - लार्ड रिपन

148.अकर्मण्यता की नीति -जान लारेंस

149.सर्वेन्टस आफ इंडिया सोसाइटी -  गोपालकृष्ण गोखलने

150. मुस्लिम लीग - सलीमुल्ला एवं आगा खा

151.  बनारस हिन्दू कालेज -  एनीबीसेंट

152.बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय -  मदनमोहन मालवीय (1916 )

153.साम्प्रदायिक निर्वाचन पद्धति-   मार्ले एवं मिन्टो

154.गदर पार्टी की स्थापना  - लाला हरदयाल

155.राष्ट्रगीत की रचना-  बंकिम चंद्र चटर्जी

156.राष्ट्रगान  - रवीन्द्रनाथ टैगोर

157.शान्ति निकेतन -   रवीन्द्रनाथ टैगोर

158.हिन्दू महासभा -  मदनमोहन मालवीय

159.साबरमती आश्रम   -   गांधी जी

160.होमरूल लीग   -  तिलकजी (अप्रैल 1916)

161. आल इंडिया होमरूल लीग -  एनीबीसेंट

162. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ  -डा0 हेडगेवार

163. बहिष्कृत हितकारिणी सभा - डा0 अम्बेडकर

164. बारदोली सत्याग्रह - सरदार पटैल

165. खिलाफत आंदोलन- मुहम्मद एवं शौकत अली

166. स्वराज पार्टी    चितरंजन दास एवं मोतीलाल नेहरू

167. लालकुर्ती दल  - खान अब्दुल गफ्फार खान

168. हिन्दुस्तान लीग -  भगतसिंह

169. हरिजन सेवक संघ -  महात्मा गांधी

170. फारवर्ड ब्लाक  - सुभाष चंद्र बोस

171. आजाद हिन्द फौज -  कैप्टन मोहन सिंह

172. गांधी जी को महात्मा कहा- रविन्द्रनाथ टैगोर

173.गांधी जी को बापू कहां  - नेहरू जी

174.गांधी जी को राष्ट्र पिता  - सुभाष चंद्र बोस

175.मैथलीशरण गुप्त को राष्ट्रकवि -महात्मा गांधी

176.जिन्ना को कायदे आजम -  महात्मा गांधी

177.सुभाष चंद्र बोस को नेताजी -  हिटलर

178.नेहरू  जी को चाचा -   गांधी जी

179.पाकिस्तान नामक शब्द के जनक- रहमत अली चैधरी

180.आल इंडिया डिप्रेस्ड क्लास एसोसिएशन -   डा0 अम्बेडकर

181.साम्प्रदायिक प्रचार  -  रेमजे मैकडोनाल्ड

182. नेहरू रिपोर्ट  -  मोतीलाल नेहरू

183.जलियांवाला बाग हत्याकांड - जनरल डायर

184.संविधान सभा का विचार-  एम.एन. राय

185. जनसंघ की स्थापना -  श्यामाप्रसाद मुखर्जी

186. सर्वोदय योजना - जयप्रकाश नारायण

187. संविधान सभा के वैधानिक सलाहकार -  वी.एन.राव

188.नागरिक उड्डयन -   जे.आर.डी. टाटा

189.जलविद्युत एवं इस्पात उद्योग के जनक -जे.आर.डी. टाटा

190.भारतीय झंडा   - मेडम भीकाजी कामा (1907) (स्टटगार्ड जर्मनी)

191.जनजातियों को नेशनल पार्क की  अवधारणा   -बेरियर एल्विन

192.  गुरूमुखी लिपि, लंगर प्रथा   -गुरू अंगद

193.गुरू गंथ साहेब का संकलन  - अर्जुनदेव

194.अमृतसर के संस्थापक - गुरू रामदास

195.स्वर्ण मंदिर का निर्माण -  अर्जुन देव

196.खालसा पंथ   - गुरू गोविन्द सिंह

197.न्याय की जंजीर  - जहांगीर

198. परिवार न्यायालय -  पी.एन.    भगवती

199. भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के संस्थापक -  लार्ड क्लाइब

200. आदिवासियों के मसीहा -  ठक्कर बापा

201. गौ रक्षा संघ - महात्मा गांधी

202. एशियाई खेलो के जनक   - गुरुदत्त सोधी

203. आगरे का लाल किला   - अकबर

204. दिल्ली का लाल किला - शाहजहा

205. कांग्रेस का नामकरण  - दादा भाई नौरोजी

206. अभिनव भारत   - वीर सावरकर

207. भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी   - एम.एन. राय

208.बचपन बचाओ-    कैलाश सत्यार्थी

209. परिवार नियोजन -   एम. एस. सेंगर