Tuesday, 27 December 2016

चुटकियो में भगाये दांतो का दर्द

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*चुटकियो में भगाये दांतो का दर्द*
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जब भी दाँतों में दर्द उठता है तो इंसान तिलमिला उठता है. खास तौर पर तब जब वह कुछ ठंडा या गरम खाने की कोशिश करता है. कभी कब ही तो यह दर्द बैठे बैठे ही सता जाता है. तो आइए जाने इस से छुटकारा पाने के लिए आप क्या क्या कर सकते है.

1. दांत का दर्द अगर परेशान कर रहा हो तो पांच लौंग पीस कर उसमे निम्बू का रस निचोड़कर दांतो पर मलने से दर्द दूर होता है.

2. दांत में कीड़ा लगने पर दांतो के नीचे लौंग को रखना या लौंग का तेल लगाना चाहिए.

3. पांच लौंग एक ग्लास पानी में उबालकर इसमें कुल्ले करने से दर्द ठीक हो जाता है.

4. नीम की कोंपलों को उबाल कर कुल्ले करने से दांतो का दर्द जाता रहता है.

5. दर्द वाले दांत पर कपूर लगाएं. दांत में छेद हो तो उसमे कपूर भर दें. दर्द दूर होगा, कीड़े भी मर जाएंगे.

6. गर्म पानी में मिलकर कुल्ले करने से दांत दर्द में लाभ होता है. नित्य रात को सोने से पहले गर्म पानी में नमक डाल कर गरारे करके सोने से दांतों में कोई रोग नहीं होता.

7. अदरक के टुकड़े पर नमक डालकर दर्द वाले दांतो में दबाएं, आराम मिले

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Sunday, 25 December 2016

आरती के बाद क्यों बोलते हैं कर्पूरगौरं मंत्र

*आरती के बाद क्यों बोलते हैं कर्पूरगौरं मंत्र :*

किसी भी मंदिर में या हमारे घर में जब भी पूजन कर्म होते हैं तो वहां कुछ मंत्रों का जप अनिवार्य रूप से किया जाता है, सभी देवी-देवताओं के मंत्र अलग-अलग हैं, लेकिन जब भी आरती पूर्ण होती है तो यह मंत्र विशेष रूप से बोला जाता है l

*कर्पूरगौरं मंत्र :*

*कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।।*

*ये है इस मंत्र का अर्थ :*

*इस मंत्र से शिवजी की स्तुति की जाती है। इसका अर्थ इस प्रकार है :*

*कर्पूरगौरं-* कर्पूर के समान गौर वर्ण वाले।

*करुणावतारं-* करुणा के जो साक्षात् अवतार हैं।

*संसारसारं-* समस्त सृष्टि के जो सार हैं।

*भुजगेंद्रहारम्-* इस शब्द का अर्थ है जो सांप को हार के रूप में धारण करते हैं।

*सदा वसतं हृदयाविन्दे भवंभावनी सहितं नमामि-* इसका अर्थ है कि जो शिव, पार्वती के साथ सदैव मेरे हृदय में निवास करते हैं, उनको मेरा नमन है।

*मंत्र का पूरा अर्थ :-*

जो कर्पूर जैसे गौर वर्ण वाले हैं, करुणा के अवतार हैं, संसार के सार हैं और भुजंगों का हार धारण करते हैं, वे भगवान शिव माता भवानी सहित मेरे ह्रदय में सदैव निवास करें और उन्हें मेरा नमन है।

*यही मंत्र क्यों….*

किसी भी देवी-देवता की आरती के बाद कर्पूरगौरम् करुणावतारं….मंत्र ही क्यों बोला जाता है, इसके पीछे बहुत गहरे अर्थ छिपे हुए हैं। भगवान शिव की ये स्तुति शिव-पार्वती विवाह के समय विष्णु द्वारा गाई हुई मानी गई है। अमूमन ये माना जाता है कि शिव शमशान वासी हैं, उनका स्वरुप बहुत भयंकर और अघोरी वाला है। लेकिन, ये स्तुति बताती है कि उनका स्वरुप बहुत दिव्य है। शिव को सृष्टि का अधिपति माना गया है, वे मृत्युलोक के देवता हैं, उन्हें पशुपतिनाथ भी कहा जाता है, पशुपति का अर्थ है संसार के जितने भी जीव हैं (मनुष्य सहित) उन सब का अधिपति। ये स्तुति इसी कारण से गाई जाती है कि जो इस समस्त संसार का अधिपति है, वो हमारे मन में वास करे। शिव श्मशान वासी हैं, जो मृत्यु के भय को दूर करते हैं। हमारे मन में शिव वास करें, मृत्यु का भय दूर हो।

भगवान् का स्मरण कैसे करें ?

भगवान् का स्मरण कैसे करें ?

१. ऐसे करो, जैसे अफीमची अफीम न मिलनेपर अफीम का स्मरण करता है ।

२. ऐसे करो, जैसे मुकद्दमेबाज मुकद्दमे का स्मरण करता है ।

३. ऐसे करो, जैसे जुआरी जुए का स्मरण करता है ।

४. ऐसे करो, जैसे लोभी धन का स्मरण करता है ।

५. ऐसे करो, जैसे कामी कामिनी का स्मरण करता है ।

६. ऐसे करो, जैसे शिकारी शिकार का स्मरण करता है ।

७. ऐसे करो, जैसे निशानेबाज निशाने का स्मरण करता है ।

८. ऐसे करो, जैसे किसान पके खेत का स्मरण करता है ।

९. ऐसे करो, जैसे प्यास से व्याकुल मनुष्य जल का स्मरण करता है ।

१०. ऐसे करो, जैसे भूख से सताया हुआ मनुष्य भोजन का स्मरण करता है ।

११. ऐसे करो, जैसे घर भूला हुआ मनुष्य घर का स्मरण करता है ।

१२. ऐसे करो, जैसे बहुत थका हुआ मनुष्य विश्राम का स्मरण करता है ।

१३. ऐसे करो, जैसे भय से कातर मनुष्य शरण देनेवाले का स्मरण करता है ।

१४. ऐसे करो, जैसे डूबता हुआ मनुष्य जीवन रक्षा का स्मरण करता है ।

१५. ऐसे करो, जैसे दम घुटनेपर मनुष्य वायु का स्मरण करता है ।

१६. ऐसे करो, जैसे परीक्षार्थी परीक्षा के विषय का स्मरण करता है ।

१७. ऐसे करो, जैसे ताजे पुत्रवियोग से पीड़ित माता पुत्र का स्मरण करती है ।

१८. ऐसे करो, जैसे नवीन विधवा अबला अपने मृत पति का स्मरण करती है ।

!!! जय श्री कृष्ण !!!

प्यार के नियम


न्यूटन की तरह मैने भी प्यार के नियम की खोज की है जो इस प्रकार है :-

सार्वत्रिक (यूनिवर्सल) नियम :-:

प्यार को न तो पैदा किया जा सकता है...
और न ही नष्ट किया जा सकता है,
इसे केवल कुछ धन की क्षति के साथ
एक गर्ल फ्रेंड से दूसरी गर्लफ्रेंड में स्थानांतरित किया जा सकता है….!!

पहला नियम :-: लड़का , लड़की को हमेशा प्यार करता रहेगा
और लड़की भी लडके को प्यार करना जारी रखेगी....
तब तक जब तक कि कोई बाह्य बल (लड़की के बाप एवं भाई द्वारा लडके की टाँगे तोड़कर ) न लगाया जाये…!

दूसरा नियम :-: एक दुसरे के प्रेम में डूबे युगल में...
लड़की द्वारा लड़के से किये जाने वाले प्रेम की मात्रा में परिवर्तन,
लडके के बेंक बेलेंस की मात्रा के अनुक्रमानुपाती होता है…!

तीसरा नियम :-: लड़की द्वारा प्रेम निवेदन अस्वीकार किये जाने में प्रयुक्त आरोपित बल,
उसके सेंडल द्वारा प्रयोग किये जाने वाले बल के
समान एवं विपरीत दिशा में होता है…!!

Thursday, 22 December 2016

कौन सी धातु के बर्तन में भोजन करने से क्या क्या लाभ और हानि होती है....

*कौन सी धातु के बर्तन में भोजन करने से क्या क्या लाभ और हानि होती है.......*

                         *सोना*

सोना एक गर्म धातु है। सोने से बने पात्र में भोजन बनाने और करने से शरीर के आन्तरिक और बाहरी दोनों हिस्से कठोर, बलवान, ताकतवर और मजबूत बनते है और साथ साथ सोना आँखों की रौशनी बढ़ता है।

                        *चाँदी*

चाँदी एक ठंडी धातु है, जो शरीर को आंतरिक ठंडक पहुंचाती है। शरीर को शांत रखती है  इसके पात्र में भोजन बनाने और करने से दिमाग तेज होता है, आँखों स्वस्थ रहती है, आँखों की रौशनी बढती है और इसके अलावा पित्तदोष, कफ और वायुदोष को नियंत्रित रहता है।

                           *कांसा*

काँसे के बर्तन में खाना खाने से बुद्धि तेज होती है, रक्त में  शुद्धता आती है, रक्तपित शांत रहता है और भूख बढ़ाती है। लेकिन काँसे के बर्तन में खट्टी चीजे नहीं परोसनी चाहिए खट्टी चीजे इस धातु से क्रिया करके विषैली हो जाती है जो नुकसान देती है। कांसे के बर्तन में खाना बनाने से केवल ३ प्रतिशत ही पोषक तत्व नष्ट होते हैं।

                         *तांबा*

तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से व्यक्ति रोग मुक्त बनता है, रक्त शुद्ध होता है, स्मरण-शक्ति अच्छी होती है, लीवर संबंधी समस्या दूर होती है, तांबे का पानी शरीर के विषैले तत्वों को खत्म कर देता है इसलिए इस पात्र में रखा पानी स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है. तांबे के बर्तन में दूध नहीं पीना चाहिए इससे शरीर को नुकसान होता है।

                        *पीतल*

पीतल के बर्तन में भोजन पकाने और करने से कृमि रोग, कफ और वायुदोष की बीमारी नहीं होती। पीतल के बर्तन में खाना बनाने से केवल ७ प्रतिशत पोषक तत्व नष्ट होते हैं।

                         *लोहा*

लोहे के बर्तन में बने भोजन खाने से  शरीर  की  शक्ति बढती है, लोह्तत्व शरीर में जरूरी पोषक तत्वों को बढ़ता है। लोहा कई रोग को खत्म करता है, पांडू रोग मिटाता है, शरीर में सूजन और  पीलापन नहीं आने देता, कामला रोग को खत्म करता है, और पीलिया रोग को दूर रखता है. लेकिन लोहे के बर्तन में खाना नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें खाना खाने से बुद्धि कम होती है और दिमाग का नाश होता है। लोहे के पात्र में दूध पीना अच्छा होता है।

                         *स्टील*

स्टील के बर्तन नुक्सान दायक नहीं होते क्योंकि ये ना ही गर्म से क्रिया करते है और ना ही अम्ल से. इसलिए नुक्सान नहीं होता है. इसमें खाना बनाने और खाने से शरीर को कोई फायदा नहीं पहुँचता तो नुक्सान भी  नहीं पहुँचता।

                      *एलुमिनियम*

एल्युमिनिय बोक्साईट का बना होता है। इसमें बने खाने से शरीर को सिर्फ नुक्सान होता है। यह आयरन और कैल्शियम को सोखता है इसलिए इससे बने पात्र का उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे हड्डियां कमजोर होती है. मानसिक बीमारियाँ होती है, लीवर और नर्वस सिस्टम को क्षति पहुंचती है। उसके साथ साथ किडनी फेल होना, टी बी, अस्थमा, दमा, बात रोग, शुगर जैसी गंभीर बीमारियाँ होती है। एलुमिनियम के प्रेशर कूकर से खाना बनाने से 87 प्रतिशत पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।

                           *मिट्टी*

मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने से ऐसे पोषक तत्व मिलते हैं, जो हर बीमारी को शरीर से दूर रखते थे। इस बात को अब आधुनिक विज्ञान भी साबित कर चुका है कि मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाने से शरीर के कई तरह के रोग ठीक होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, अगर भोजन को पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाना है तो उसे धीरे-धीरे ही पकना चाहिए। भले ही मिट्टी के बर्तनों में खाना बनने में वक़्त थोड़ा ज्यादा लगता है, लेकिन इससे सेहत को पूरा लाभ मिलता है। दूध और दूध से बने उत्पादों के लिए सबसे उपयुक्त हैमिट्टी के बर्तन। मिट्टी के बर्तन में खाना बनाने से पूरे १०० प्रतिशत पोषक तत्व मिलते हैं। और यदि मिट्टी के बर्तन में खाना खाया जाए तो उसका अलग से स्वाद भी आता है।

पानी पीने के पात्र के विषय में 'भावप्रकाश ग्रंथ' में लिखा है....

*जलपात्रं तु ताम्रस्य तदभावे मृदो हितम्।*
*पवित्रं शीतलं पात्रं रचितं स्फटिकेन यत्।*
*काचेन रचितं तद्वत् वैङूर्यसम्भवम्।*
(भावप्रकाश, पूर्वखंडः4)

अर्थात् पानी पीने के लिए ताँबा, स्फटिक अथवा काँच-पात्र का उपयोग करना चाहिए। सम्भव हो तो वैङूर्यरत्नजड़ित पात्र का उपयोग करें। इनके अभाव में मिट्टी के जलपात्र पवित्र व शीतल होते हैं। टूटे-फूटे बर्तन से अथवा अंजलि से पानी नहीं पीना चाहिए।

*जय श्री राधे....*
*जय श्री कृष्ण....*

Wednesday, 21 December 2016

10 PRINCIPLES OF LIFE


10 Principles Of Life:

Stop and ask yourself today, "How do I really feel about myself? " Before you answer read these ten principles.

(1) Never think or speak negatively about yourself; that puts you in disagreement with God.

(2) Meditate on your God-given strengths and learn to encourage yourself, for much of the time nobody else will.

(3) Don't compare yourself to anybody else. You're unique, one of a kind, an original. So don't settle for being a copy.

(4) Focus on your potential, not your limitations. Remember, God lives in you!

(5) Find what you like to do, do well, and strive to do it with excellence.

(6) Have the courage to be different. Be a God pleasure, not a people pleasure .

(7) Learn to handle criticism. Let it develop you instead of discourage you.

(8) Determine your own worth instead of letting others do it for you. They'll short-change you!

(9) Keep your shortcomings in perspective - you're still a work in progress.

(10) Focus daily on your greatest source of confidence - the God Who lives in you

Completely Finished

_Especially for English Language Lovers..  Can any one tell the difference between 'Completed' and 'Finished'?  No dictionary has ever been able to define the difference between 'Complete' and 'Finished.'  However, in a linguistic conference, held in London England, Sun Sherman an Indian American, was the clever winner.   His final challenge was this. His response was: When you marry the right woman, you are 'Complete.' If you marry the wrong woman, you are 'Finished.' And , when the right woman catches you with the wrong woman, you are 'Completely Finished.'  His answer  received a five minute standing ovation._

एक तनख्वाह से कितनी बार टेक्स दू

एक तनख्वाह से कितनी बार टेक्स दू और क्यों,,जबाब है??

मैनें तीस दिन काम किया,
तनख्वाह ली - टैक्स दिया
मोबाइल खरीदा - टैक्स दिया
रिचार्ज किया - टैक्स दिया
डेटा लिया - टैक्स दिया
बिजली ली - टैक्स दिया
घर लिया - टैक्स दिया
TV फ्रीज़ आदि लिये - टैक्स दिया
कार ली - टैक्स दिया
पेट्रोल लिया - टैक्स दिया
सर्विस करवाई - टैक्स दिया
रोड पर चला - टैक्स दिया
टोल पर फिर - टैक्स दिया
लाइसेंस बनाया - टैक्स दिया
गलती की तो - टैक्स दिया
रेस्तरां मे खाया - टैक्स दिया
पार्किंग का - टैक्स दिया
पानी लिया - टैक्स दिया
राशन खरीदा - टैक्स दिया
कपड़े खरीदे - टैक्स दिया
जूते खरीदे - टैक्स दिया
कितबें ली - टैक्स दिया
टॉयलेट गया - टैक्स दिया
दवाई ली तो - टैक्स दिया
गैस ली - टैक्स दिया
सेकड़ों और चीजें ली ओर - टैक्स दिया, कहीं फ़ीस दी, कही बिल, कही ब्याज दिया, कही जुर्माने के नाम पे तो कहि रिश्वत देनी पड़ी, ये सब ड्रामे के बाद गलती से सेविंग मे बचा तो फिर टैक्स दिया----

Medical myths and facts

A chat with Dr. Devi Shetty, Narayana Hrudayalaya (Famous Heart Specialist) Bangalore was arranged by WIPRO for its employees. The transcript of the chat is given below. Useful for everyone.

Qn1. What are the thumb rules for a layman to take care of his heart?

Ans:
1. Diet - Less of carbohydrate, more of protein, less oil
2. Exercise - Half an hour's walk, at least five days a week;
3. Quit smoking
4. Control weight
5. Control BP - Blood pressure and Sugar

Qn2. Can we convert fat into muscles?

Ans: It is a dangerous myth. Fat and muscles are made of two different tissues, fat is fat ... Ugly and harmful... Muscle is muscle. Fat can never be converted into a muscle.

Qn3. It's still a grave shock to hear that some apparently healthy person
gets a cardiac arrest. How do we understand it in perspective?

Ans: This is called silent attack; that is why we recommend everyone past the age of 30 to undergo routine health checkups.

Qn4. Are heart diseases hereditary?

Ans: Yes

Qn5. What are the ways in which the heart is stressed? What practices do you suggest to de-stress?

Ans: Change your attitude towards life. Do not look for perfection in everything in life.

Qn6. Is walking better than jogging or is more intensive exercise required to keep a healthy heart?

Ans: Walking is better than jogging, since jogging leads to early fatigue and injury to joints.

Qn7. You have done so much for the poor and needy. What has inspired you to do so?

Ans: Mother Theresa, who was my patient.

Qn8. Can people with low blood pressure suffer heart diseases?

Ans: Extremely rare.

Qn9. Does cholesterol accumulate right from an early age (I'm currently only 22) or do you have to worry about it only after you are above 30 years of age?

Ans: Cholesterol accumulates from childhood.

Qn10. How do irregular eating habits affect the heart ?

Ans: You tend to eat junk food when the habits are irregular and your body's enzyme release for digestion gets confused.

Qn11. How can I control cholesterol content without using medicines?

Ans: Control diet, walk and eat walnut.

Qn12. Which is the best and worst food for the heart?

Ans: Fruits and vegetables are the best and oil is the worst.

Qn13. Which oil is better - groundnut, sunflower, olive?

Ans: All oils are bad.

Qn14. What is the routine checkup one should go through? Is there any specific test?

Ans: Routine blood test to ensure sugar, cholesterol is ok. Check BP, Treadmill test after an echo.

Qn15. What are the first aid steps to be taken on a heart attack?

Ans: Help the person into a sleeping position, place an aspirin tablet under the tongue with a sorbitrate tablet if available, and rush him to a coronary care unit, since the maximum casualty takes place within the first hour.

Qn16. How do you differentiate between pain caused by a heart attack and that caused due to gastric trouble?

Ans: Extremely difficult without ECG.

Qn17. What is the main cause of a steep increase in heart problems amongst youngsters? I see people of about 30-40 yrs of age having heart attacks and serious heart problems.

Ans: Increased awareness has increased incidents. Also, sedentary lifestyles, smoking, junk food, lack of exercise in a country where people are genetically three times more vulnerable for heart attacks than Europeans and Americans.

Qn18. Is it possible for a person to have BP outside the normal range of 120/80 and yet be perfectly healthy?

Ans: Yes.

Qn19. Marriages within close relatives can lead to heart problems for the child. Is it true?

Ans : Yes, co-sanguinity leads to congenital abnormalities and you may NOT have a software engineer as a child.

Qn20. Many of us have an irregular daily routine and many a times we have to stay late nights in office. Does this affect our heart? What precautions would you recommend?

Ans : When you are young, nature protects you against all these irregularities. However, as yougrow older, respect the biological clock.

Qn21. Will taking anti-hypertensive drugs cause some other complications (short/long term)?

Ans : Yes, most drugs have some side effects. However, modern anti-hypertensive drugs are extremely safe.

Qn22. Will consuming more coffee/tea lead to heart attacks?

Ans : No.

Qn23. Are asthma patients more prone to heart disease?
Ans : No.

Qn24. How would you define junk food?

Ans : Fried food like Kentucky , McDonalds , Samosas, and even Masala Dosas.

Qn25. You mentioned that Indians are three times more vulnerable. What is the reason for this, as Europeans and Americans also eat a lot of junk food?

Ans: Every race is vulnerable to some disease and unfortunately, Indians are vulnerable for the most expensive disease.

Qn26. Does consuming bananas help reduce hypertension?

Ans: No.

Qn27. Can a person help himself during a heart attack (Because we see a lot of forwarded e-mails on this)?

Ans: Yes. Lie down comfortably and put an aspirin tablet of any description under the tongue and ask someone to take you to the nearest coronary care unit without any delay and do not wait for the ambulance since most of the time, the ambulance does not turn up.

Qn28. Do, in any way, low white blood cells and low hemoglobin count lead to heart problems?

Ans: No. But it is ideal to have normal hemoglobin level to increase your exercise capacity.

Qn29. Sometimes, due to the hectic schedule we are not able to exercise. So, does walking while doing daily chores at home or climbing the stairs in the house, work as a substitute for exercise?

Ans : Certainly. Avoid sitting continuously for more than half an hour and even the act of getting out of the chair and going to another chair and sitting helps a lot.

Qn30. Is there a relation between heart problems and blood sugar?

Ans: Yes. A strong relationship since diabetics are more vulnerable to heart attacks than non-diabetics.

Qn31. What are the things one needs to take care of after a heart operation?

Ans : Diet, exercise, drugs on time , Control cholesterol, BP, weight.

Qn32. Are people working on night shifts more vulnerable to heart disease when compared to day shift workers?

Ans : No.

Qn33. What are the modern anti-hypertensive drugs?

Ans: There are hundreds of drugs and your doctor will chose the right combination for your problem, but my suggestion is to avoid the drugs and go for natural ways of controlling blood pressure by walk, diet to reduce weight and changing attitudes towards lifestyles.

Qn34. Does dispirin or similar headache pills increase the risk of heart attacks?

Ans : No.

Qn35. Why is the rate of heart attacks more in men than in women?

Ans: Nature protects women till the age of 45. (Present Global census show that the Percentage of heart disease in women has increased than in men).

Qn36. How can one keep the heart in a good condition?

Ans: Eat a healthy diet, avoid junk food, exercise everyday, do not smoke and, go for health checkups if you are past the age of 30 ( once in six months recommended) ....

NPS deductions par tax 80CCD(1)

प्रश्न01:- सर nps की कटोती में 80CCD(1)के अंतर्गत मिलने वाली छूट 1,50,000के अलावा  50,000 या पच्चास हजार की छूट का प्रावधान 80CCD(1B)के अंतर्गत है क्या?
क्या ये छूट 1,50 लाख की छूट के अलावा है मतलब 2,00,000 की कटोत्ति करवा सकते है क्या? plz जानकारी दें ।
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उत्तर:- NPS की जो कटोत्ति सैलरी में से होती है उसमें गवर्नमेंट उतना ही नए रकम मिलाकर जमा करवाती है ।ये राशि 80सीसीडी(1)में आती है।यह राशि NPS में Tier I st में आती है। 2005 के बाद नियुक्त प्रत्येक कार्मिक का यह अकाउंट एक्टिवेट होता है।हम सीधे NPS के अकाउंट में जमा करवाते है तो ये राशि 80सीसीसी(1बी)में आती है इसमें गवर्नमेंट कोई राशि नही जोड़ती है ये राशि अधिकतम 50,000 होती है।यह राशि NPS के Tier 2nd में आती है।यह अकॉउंट सभी का एक्टिवेट नही होता है।इसके लिए कार्मिक को cransdl की साइट पर जाकर online एक्टिवेशन भी क्र सकते है।या ऑफलाइन करने के लिए उपरियुक्त साइट से फॉर्म भरकर अपने जिले की GPF ऑफिस में जमा करवाये।इस प्रकार ये 50,000 की छूट 1,50,000 से अलग होती है। ⬇⬇⬇⬇⬇⬇⬇
इसके नुकसान

परंतु इसमें इन्वेस्ट पैसा आपका पूर्णतया सिक्योर नही है श्रीमान जी।इसमें लगा आपका पैसा 10 साल से पहले नही निकाल सकते तथा पूरी सर्विस में अधिकतम 3 बार ही निकल सकते हो ।ये पैसा शेयर बाजार के अनुसार ही मिलता है इसमें मेरा स्टेटमेंट में मार्च से सितम्बर तक की अमाउंट में माइनस 24 रूपीस दिखा रहा है।मूल पेमेंट में से।

इसके फायदे
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इसका फायदा उन कार्मिको को है जिनकी ग्रॉस पेमेंट 6,50,000 से अधिक हो।क्योंकि ग्रॉस पेमेंट 6,50,000 से अधिक होने पर नियम 87A के अंतर्गत 5000 की नगद छूट नही मिलेगी।तथा आपकी 6,50,000 से अधिक राशि पर टैक्स भी 20परसेंट लगेगा।

उदाहरण:-
यदि किसी कार्मिक की ग्रॉस पेमेंट 7,00,000 है और वह 1,50,000 की कटोत्ति भी करवाता है तो उसे 5000 की नगद छूट नही मिलेगी तथा 7,00,000-6,50,000=50,000 पर टैक्स 20 परसेंटेज लगेगा।इसलिये कार्मिक का 50,000 पर टैक्स 20 लगेगा मतलब 10,000 रूपीस ।इस प्रकार यदि यह कार्मिक 50,000 रूपीज़ NPS tier2nd में जमा करवाता है तो इसकी ग्रॉस पेमेंट 6,50,000 या इससे  कम होते ही 5,000 की नगद छूट मिलेगी और 50,000 पर लगने वाला20 परसेंटेज टैक्स भी नही लगेगा ।मतलब 5000+10,000=15,000 का फायदा होगा।

परंतु इतनी ग्रॉस पेमेंट 2005 के बाद लगे शायद किसी कार्मिक की हो।इसलिए NPS में 50,000 की एक्स्ट्रा क्टोत्ति करवाने का फायदा हमे नही मिलेगा और जो कार्मिक 2005 से पहले के है उनका NPS अकाउंट नही है।इसलिए वो लोग 50,000 का फायदा नही ले सकते।

प्रश्न02:-सर मेरी ग्रॉस पेमेंट 65,50,000 से अधिक होने पर मुझे नियम 87A के अंतर्गत नगद 5000 की छूट ले सकता हु क्या?

उत्तर:-
ले सकते हो श्रीमान जी।परंतु आपकी ग्रॉस पेमेंट में HRA को घटाने पर आपकी ग्रॉस पेमेंट 6,50,000 से कम होनी चाहिए साथ ही आपकी कुल कटोत्ति 1,50,000 से कम नही होनी चाहिए।
इसके लिए आपको HRA में छूट लेनी पड़ेगी।क्योंकि HRA में छूट 1,50,000 से अलग होती है।यह सीधे ही आपके ग्रॉस पेमेंट में से घटा दी जाती है।
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उदाहरण:- यदि किसी कार्मिक की ग्रॉस पेमेंट 6,70,000 है तो बिना HRA उसे नगद 5000 की छूट भी नही मिलेगी और6,70,000- 6,50,000=20,000 इसमें 20,000 पर 20 % टैक्स लगेगा अतः टैक्स 20,000 का 4,000 होगा।कुल मिलाकर 5000+4000=9,000 का नुकसान।परंतु HRA में छूट लेने पर उसकी ग्रॉस पेमेंट6,70,000 में सेHRA की राशि माइनस करने पे यह राशि 6,50,000 से कम आयगी।अतः नगद 5000 की छूट तथा टैक्स 20% भी नही लगेगा।इस प्रकार लगभग 9,000 का फायदा होगा।

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20% टैक्स का नियम
आपकी ग्रॉस पेमेंट में से अधिकतम कटोत्ति मतलब 1,50,000 की राशि घटाने पर यदि शेष राशि 5,00,000 से ऊपर होगी तो 5 लाख से ऊपर वाली राशि पर 20 % taxलगेगा।या 5,00,000+1,50,000(Maximum ktotti)=6,50,000

Vinod Kumar Budania
Senior Teacher Science
GASSS Adsisar  ,Sardarshahar,Churu.