Thursday, 12 January 2017

गाय के दूध के दुष्चक्र

RajivDixit Ji – भारतीयता के प्रखर प्रवक्ता भाई राजीव दीक्षित जी को समर्पित

कही आप भी जहर तो नहीं पी रहे ! दुनिया में हो रहे गाय के दूध के दुष्चक्र को समझिए !
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भारत में गाय की 37 प्रकार की शुद्ध नस्ल पायी जाती है| जिसमें सबसे ज्यादा दूध देने वाली नस्ल निम्न हैं –
1) गिर गाय (सालाना-2000-6000 लीटर दूध, स्थान -सौराष्ट्र, गुजरात)
2) साहिवाल गाय (सालाना-2000-4000 लीटर दूध, स्थान -UP, हरियाणा, पंजाब)
3) लाल सिंधी ( सालाना-2000-4000 लीटर दूध, स्थान -उत्पत्ति सिंध में लेकिन अभी पूरे भारत में)
4) राठी (सालाना-1800-3500 लीटर दूध, स्थान-राजस्थान, हरियाणा,पंजाब)
5) थरपार्कर(सालाना-1800-3500 लीटर दूध, स्थान-सिंध, कच्छ, जैसलमेर,जोधपुर)
6) कांक्रेज (सालाना-1500-4000 लीटर दूध, स्थान-उत्तरी गुजरात व राजस्थान)

### एक शोधपूर्ण सच्चाई ###

ब्राजील देश ने हमारी देसी गायों का आयात कर अब तक 65 लाख गायों की संख्या कर ली है । और इससे भी दोगुनी उन लोंगो ने दूसरे देशों में निर्यात की है।  google पर indian cow in brazil सर्च कर सकते है ! उन लोगों ने दिल से इन गौवंश (हाँ, सांडो सहित ) की सेवा कर आज औसत में एक गाय से दिनभर में करीब 40 लीटर दूध पाने की शानदार स्थिति बना ली।

अब सुनिए दूसरी बात :

ब्राजील इस दूध से पाउडर बना कर ऑस्ट्रेलिया ,डैनमार्क को निर्यात करता है । जबकि डैनमार्क जैसे देश मे आदमी से अधिक गाय है लेकिन वो अपनी गाय का दूध नहीं पीते ! वहाँ ‘milk is white poison’ वाली बात प्रचलित है ! और तो और ऑस्ट्रेलिया ,डैनमार्क आदि देश अपनी जर्सी -होलस्टीन युवान ( जिन्हें हम गाय कहते नहीं थकते ! ) के दूध से पाउडर निकाल कर हमारे देश भारत को भेजता है । इस पाउडर को ऑस्ट्रेलिया में उपयोग में लाने पर कड़ा प्रतिबन्ध है । वे सिर्फ ब्राजील के दूध पाउडर को ही उपयोग में लाते हैं । क्यों ? क्योंकि ऑस्ट्रेलिया,डैनमार्क आदि देशो की गायों का दूध से डायबिटीज़, कैंसर जैसी भयंकर बीमारी फैलती है । आज हमारा भारत डायबिटीज़ व कैंसर की बीमारी की विश्व राजधानी बनता जा रहा है । भारत की प्रत्येक डेयरी में हुए सम्पूर्ण दूध में से फेट ( क्रीम-मक्खन ) निकालकर उसमे इस आयातित दूषित ऑस्ट्रेलियन , डैनमार्क दूध पाउडर को मिलाकर प्रोसेस किया जाकर थैलियों के माध्यम से हमारी रसोई तक पहुंचाया जाता है ।

ये कैसा दुष्चक्र है !!!! भारत की देसी गाय ब्राजील, वहां से दूध पाउडर ? ऑस्ट्रेलिया का दूषित दूध पाउडर भारत ? और फिर होता है दवाइयों का आयात । साथियों, थैली के दूध का प्रयोग तुरन्त बन्द करो । देसी गाय के दूध को किसी भी कीमत पर प्राप्त कर स्वास्थ्य को बचाओ । वैज्ञानिक भाषा मे देसी गाय के दूध तो A2 कहते है और विदेशी (जर्सी हालेस्टियन) गायों के दूध को A1 कहते है ! दोनों के दूध मे क्या अंतर है सैंकड़ों रिसर्च विदेशो मे हो चुकी है !

मित्रो जब आप विदेशी गाय जैसे जर्सी,हाले स्टियन आदि पर ज्यादा रिसर्च करेंगे आपको पता चलेगा की इन्हे सूअर से artificial insemination कर के विकसित किया गया है । मित्रो आप देसी गाय के दूध का महत्व समझे अन्य लोगो को समझाएँ ,विदेशी गाय (पूतना भगवान कृष्ण को मरने आई थी ) का दूध ना पीये !

हमारे मूर्ख नीति निर्धारकों ने दूध की मात्रा को गौमाता की उपयोगिता का मापदंड बना दिया। भारतीय संस्कृति का इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता था। मित्रो हमने अपनी कमियों को सुधारने की बजाय अपनी गौमाता पर ही कम दूध देने का लांछन लगा दिया। इतिहास गवाह है कि भारत वर्ष में जब तक गौ वास्तव में माता जैसा व्यवहार पाती थी – उसके रख-रखाव, आवास, आहार की उचित व्यवस्था थी, देश में कभी भी दूध का अभाव नहीं रहा। मित्रो दूध को एक  तरफ छोड़ भी दे तो भी गौ माता जीवन के पहले दिन से अंतिम दिन तक गोबर और गौ मूत्र देती है जिससे रसोई गैस का सिलंडर चलता है और गाड़ी भी चलती है

राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस)

*राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस)*

*हर वर्ष 12 जनवरी को भारत में पूरे उत्साह और खुशी के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। इसे आधुनिक भारत के निर्माता स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को याद करने के लिये मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था। तब से (1985), पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।*

युवा दिवस 2017

12 जनवरी 2017 गुरूवार को पूरे भारत भर में राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जायेगा।

*राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास*

यह सर्वज्ञात है कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिये भारतीय सरकार ने घोषित किया था। स्वामी विवेकानंद का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये भारतीय सरकार द्वारा ये फैसला किया गया था। स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन शैली के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित करने के द्वारा देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने का फैसला किया गया था।

इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है। भारत को विकसित देश बनाने के लिये उनके बड़े प्रयासों के साथ ही युवाओं के अनन्त ऊर्जा को जागृत करने के लिये यह बहुत अच्छा तरीका है।

*राष्ट्रीय युवा दिवस उत्सव*

पौष कृष्णा सप्तमी तिथि में वर्ष 1863 में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस हर वर्ष रामकृष्ण मिशन के केन्द्रों पर, रामकृष्ण मठ और उनकी कई शाखा केन्द्रों पर भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार मनाया जाता है।

राष्ट्रीय युवा दिवस पर गतिविधिया (क्रिया-कलाप)

खेल, सेमिनार, निबंध-लेखन, के लिये प्रतियोगिता, प्रस्तुतिकरण, योगासन, सम्मेलन, गायन, संगीत, व्याख्यान, स्वामी विवेकानंद पर भाषण, परेड आदि के द्वारा सभी स्कूल, कॉलेज में युवाओं के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस या स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिये विद्यार्थियों द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों से संबंधित व्याख्यान और लेखन भी किया जाता है।

उनके आंतरिक आत्मा को प्रोत्साहन, युवाओं के बीच भरोसा, जीवन शैली, कला, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये देश के बाहर के साथ ही पूरे भारत भर के कार्यक्रमों में भाग लिये लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार के दूसरे कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी होती है।

उत्तर प्रदेश में मिशन भारतीयम के द्वारा सभी उम्र समूह के लिये एक दो दिनी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम में दर्जनों क्रियाएँ शामिल है और इसे बस्ती युवा महोत्सव के नाम से जाना जाता है। इस दिन को सरकारी, गैर-लाभकारी संगठन के साथ ही कॉरपोरेट समूह अपने तरीके से मनाते हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत भोर में पवित्र माता श्री शारदा देवी, श्री रामाकृष्णा, स्वामी विवेकानंद और स्वामी रामकृष्णनंदा के पूजा के साथ होती है। भक्तों और पूजारियों के द्वारा पूजा के बाद एक बड़ा होम (हवन) किया जाता है। उसके बाद भक्तगण पुष्प अर्पित करते हैं और स्वामी विवेकानंद की आरती करते हैं। और अंत में प्रसाद वितरण किया जाता है।

*राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है*

स्वामी विवेकानंद के विचार, दर्शन और अध्यापन भारत की महान सांस्कृतिक और पारंपरिक संपत्ति हैं। युवा देश के महत्वपूर्णं अंग हैं जो देश को आगे बढ़ाता है इसी वजह से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के द्वारा सबसे पहले युवाओं को चुना जाता है। इसलिये, भारत के सम्माननीय युवाओं को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिये हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की शुरुआत हुई। कार्यक्रम को उत्साह पूर्वक मनाने के लिये स्कूल और कॉलेज को रुचिकर ढंग से सुसज्जित करते हैं।

स्वामी विवेकानंद एक महान इंसान थे जो हमेशा देश की ऐतिहासिक परंपरा को बनाने और नेतृत्व करने के लिये युवा शक्ति पर विश्वास करते थे और मानते थे कि विकसित होने के लिये देश के द्वारा कुछ उन्नति की जरुरत है।

*युवा दिवस की थीम*

2011 की थीम थी “सबसे पहले भारत।”2012 की थीम थी “विविधता में एकता का जश्न।”2013 की थीम थी “युवा शक्ति की जागरुकता।”2014 की थीम थी “ड्रग्स मुक्त संसार के लिये युवा।”2015 की थीम थी “यंगमंच और स्वच्छ, हरे और प्रगतिशील भारत के लिये युवा।” “(इसका नारा था, ‘हमसे है नयी शुरुआत’)”।2016 की थीम है “विकास, कौशल और सद्भाव के लिए भारतीय युवा।”

*युवा दिवस पर कथन*

राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद द्वारा कहे गये कथन निम्न प्रकार हैं:

“उच्चतम आदर्श को चुनो और उस तक अपना जीवन जीयो। सागर की तरफ देखों न कि लहरों की तरफ।”- स्वामी विवेकानंद“कुछ सच्चे, ईमानदार और ऊर्जावान पुरुष और महिलाएं एक वर्ष में एक सदी की भीड़ से अधिक कार्य कर सकते हैं।” - स्वामी विवेकानंद“धर्म आदमी में पहले से ही देवत्व की अभिव्यक्ति है।” – स्वामी विवेकानंद“धन पाने के लिये कड़ा संघर्ष करों पर उससे लगाव मत करो।”– स्वामी विवेकानंद“जो गरीबों में, कमजोरों में और बिमारियों में शिव को देखता हैं, वो सच में शिव की पूजा करता हैं।”– स्वामी विवेकानंद“प्रत्येक आत्मा संभावित परमात्मा है।”– स्वामी विवेकानंद“दिन में एकबार खुद से बात अवश्य करों......नहीं तो आप संसार के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति से मिलने से चूक जाओंगे।”– स्वामी विवेकानंद“मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है, आधुनिक पीढी से मेरे कार्यकर्ता आ जायेगें।”– स्वामी विवेकानंद“काम, काम, काम – बस यही आपके जीवन का उद्देश्य होना चाहिये।”– स्वामी विवेकानंद“पृथ्वी का आनंद नायकों द्वारा लिया जाता हैं – ये अमोघ सत्य हैं। एक नायक बनो और सदैव कहो “मुझे कोई डर नहीं है।””– स्वामी विवेकानंद“महसूस करो कि तुम महान हो और तुम महान बन जाओगें।”– स्वामी विवेकानंद“मेरी भविष्य की आशाएँ युवाओं के चरित्र, बुद्धिमत्ता, दूसरों की सेवा के लिए सभी का त्याग और आज्ञाकारिता– खुद को और बड़े पैमाने पर देश के लिए अच्छा करने वालों पर निर्भर है।”– स्वामी विवेकानंद“मृत्यु तो निश्चित हैं, एक अच्छे काम के लिये मरना सबसे बेहतर हैं।”– स्वामी विवेकानंद“हमारे देश को नायकों की जरुरत हैं, नायक बनों, तुम्हारा कर्तव्य हैं काम करते जाओ और फिर सभी तुम्हारा खुद अनुसरण करेंगे।”– स्वामी विवेकानंद“उठो, जागों और जब तक मत रुकों तब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हों।”– स्वामी विवेकानंद“आप भगवान में जब तक विश्वास नहीं कर सकते जब तक कि आप खुद में विश्वास नहीं करते।”– स्वामी विवेकानंद“जब एक विचार यदि मन में आये तो ये वास्तविक शारीरिक या मानसिक स्थिति में तब्दील हो जाता है।”– स्वामी विवेकानंद“युवाओं के बीच काम करना सबसे अच्छा हैं जिनमें तुम्हारी आशाएँ रहती हैं – धैर्य, व्यवस्थित रुप से और बिना शोर के।”– स्वामी विवेकानंद“एक बच्चा इंसान का पिता होता हैं” “एक बूढ़े आदमी के लिये ये कहना कहा तक उचित हैं कि बचपन पाप हैं या युवा अवस्था पाप है।”– स्वामी विवेकानंद

Monday, 9 January 2017

"Walking" is the best exercise!!!                                                            

*"Walking"*
is the best exercise!!!                     
                                         
                                    
                                
                           
                      
                  
             
        
    

*Walk Away* from
arguments that lead you to nowhere but anger.

*Walk Away* from
people who deliberately put you down.

*Walk Away* from
any thought that reduces your worth.

*Walk Away* from
failures and fears that stiffle your dreams.

*Walk Away* from
people who do not care for you and who are opportunistic.

The more you
*Walk Away* from
things that poison your soul,
The Happier Your Life Will Be.

*Give Yourself A Walk*
Towards Happiness and ur GOAL setting.

*Give Yourself A Walk*
to god's house and worship Him in Truth and in Spirit. May god help us to walk in the right direction. Walk towards Goodness

28 फरवरी तक जमा नहीं किया PAN तो सीज हो जाएगा आपका बैंक/डाकघर खाता

28 फरवरी तक जमा नहीं किया PAN तो सीज हो जाएगा आपका बैंक/डाकघर खाता

यदि आपका खाता बैंक या डाकघर में है और उसमें पैन (परमानेंट एकाउंट नंबर) नहीं लगा है तो 28 फरवरी से पहले जमा कर दें। ऐसा नहीं करने की स्थिति में खाता सीज हो सकता है। यदि पैन नहीं बना है तो उसके लिए आवेदन कर दें।
फिलहाल आवेदन की स्लिप ही खाते में लगाई जा सकती है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स विभाग ने शनिवार को इस आशय का सर्कुलर जारी किया है।
आयकर विभाग के अधिकारी बताते हैं कि अब भी बड़ी संख्या में बैंकों में खाताधारकों का पैन नहीं जमा है। सभी खातों में पैन की अनिवार्यता के पीछे खाताधारकों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग करना मकसद है।

इतिहास खंगालेगा आयकर

सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स डिपार्टमेंट ने सभी बैकों को निर्देशित किया है कि नौ नवंबर से 30 दिसंबर तक जमा हुई रकम की डीटेल 15 जनवरी तक आयकर विभाग को भेज दें। इसी तरह एक अप्रैल से आठ नवंबर तक खातों में जमा रकम की रिपोर्ट 31 जनवरी तक भेजनी है।
इस रिपोर्ट में सामान्य खातों में ढाई लाख व करेंट एकाउंट में 12.50 लाख तक जमा होने की सूचना दी जानी है। आयकर विभाग ने एक अप्रैल से 8 नवंबर और 9 नवंबर से 30 दिसंबर तक जमा होने वाली रकम की डीटेल मांगी है।
इसका मतलब है कि आयकर विभाग खाताधारक का इतिहास भी खंगालेगा। पता करेगा कि नोटबंदी के दौरान किस खाते में कितना जमा हुआ और उससे पहले के आठ माह में कितना रुपया जमा हुआ। रुपये जमा करने की हैसियत है भी या उसके खाते का दुरुपयोग हुआ है।

Sunday, 8 January 2017

मंदिर

हँसोगे तो फंसोगे

किसी मंदीर में एक पंडित रहते थे। पंडित के पास 1गधा भी था

सैकड़ों भक्त उस मंदीर पर आकर दान-दक्षिणा चढ़ाते थे❗

उन भक्तों में एक बंजारा भी था।
वह बहुत गरीब था ,
फिर भी, नियमानुसार आकर माथा टेकता,

पंडित की सेवा करता,
और
फिर अपने काम पर जाता,

उसका कपड़े का व्यवसाय था,
कपड़ों की भारी पोटली कंधों पर लिए सुबह से लेकर शाम तक गलियों में फेरी लगाता,
कपड़े बेचता❗

एक दिन उस पंडित को उस
पर दया आ गई,
उसने अपना गधा उसे भेंट कर दिया❗

अब तो बंजारे की आधी समस्याएं हल हो गईं।

वह सारे कपड़े गधे पर लादता और जब थक जाता
तो
खुद भी गधे पर बैठ जाता

इसी बीच गधा भी अपने नये मालीक से काफी घूलमील गया था

यूं ही कुछ महीने बीत गए,,
एक दिन गधे की मृत्यु हो गई❗

बंजारा बहुत दुखी हुआ,
उसने गधे को उचित स्थान पर दफनाया,
और उसकी समाधी बनाई
और
फूट-फूट कर रोने लगा❗

समीप से जा रहे किसी व्यक्ति ने
जब यह दृश्य देखा,
तो सोचा
जरूर किसी संत की समाधी होगी❗
तभी यह
बंजारा यहां बैठकर अपना दुख रो रहा है❗

यह सोचकर उस व्यक्ति ने समाधी पर
माथा टेका और अपनी मनोकामना हेतु वहां प्रार्थना की कुछ पैसे चढ़ाकर वहां से चला गया❗

कुछ दिनों के उपरांत ही उस
व्यक्ति की कामना पूर्ण हो गई❗

उसने
खुशी के मारे सारे गांव में
डंका बजाया कि अमुक स्थान पर एक पूर्ण संत की समाधी है❗

वहां जाकर जो मनोकामना मांगो वह पूर्ण होती है।
मनचाही मुरादे बख्शी जाती हैं

उस दिन से उस समाधी पर
भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया❗

दूर-दराज से भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु आने लगे।

बंजारे की तो चांदी हो गई,
बैठे-बैठे उसे कमाई
का साधन मिल गया था❗

और धीरे धीरे वह समाधी भी पूरी तरह से मंदीर का आकार ले चुकी थी❗

एक दिन वही पूराने पंडित
जिन्होंने बंजारे
को अपना गधा भेंट स्वरूप
दिया था वहां से गुजर रहे थे❗

उन्हें देखते ही बंजारे ने उनके चरण पकड़ लिए और बोला-
"आपके गधे ने
तो मेरी जिंदगी बना दी❗

जब तक जीवित था
तब तक मेरे रोजगार में मेरी मदद करता था
और
मरने के बाद
मेरी जीविका का साधन उसका मंदीर बन
गया है❗"

पंडित हंसते हुए बोले,
"बच्चा!
जिस मंदीर में
तू नित्य माथा टेकने आता था,
वह मंदीर इस गधे की मां का था❗"

यूही चल रहा है भारत ❗

बीवी चालीसा

❤❤ *बीवी चालीसा*❤❤   

❤बीवी सेवा सच्ची सेवा !❤
❤जो करे वो खाये मेवा !!❤
❤जो बीवी के पाँव दबावै !❤
❤बस वैकुंठ परम पद पावै ❤
❤जो बीवी की करे गुलामी !❤
❤ना आये कोई परेशानी !!❤
❤जो बीवी की धोवे साड़ी !❤
❤उसकी किस्मत जग से न्यारी !!❤
❤भूत पिशाच निकट नहिं आवै !❤
❤जो  बीवी के कीर्तन गावै !!❤
❤हाथ जोड़ कर कीजिये❤
❤पत्नी जी का ध्यान❤
❤घर में खुशहाली रहे❤
❤हो जाये कल्यान❤
❤घरवाली को नमन कर❤
❤माला लेकर हाथ ❤
❤मुख से पत्नी-वन्दना❤
❤बोलो मेरे साथ❤
❤जय पत्नी देवी कल्यानी ❤
❤माया तेरी ना पहचानी !!❤
❤तुमसे सारे देवता हारे !❤
❤डर से थर-थर कांपें सारे ❤
❤नहिं चरित्र तुम्हरा कोई जाना !❤
❤नर क्या ईश्वर ना पहचाना !!❤
❤अपरम्पार तुम्हारी माया !❤
❤कोई इसका पार न पाया !!❤
❤लगो देखने में तुम गुड़िया !❤
❤हो लेकिन आफत की पुड़िया !!❤
❤हे मेरे बच्चों की माता !❤
❤तुम हो मेरी भाग्यविधाता !!❤
❤है बेलन हथियार तुम्हारा !❤
❤जब चाहा सिर पर दे मारा !!❤
❤ऐसी तेरी निकले बोली !❤
❤जैसे हो बंदूक की गोली !!❤
❤हम तुमसे डरते हैं ऐसे !❤
❤चोर पुलिस से डरता जैसे !!❤
❤ऐसा है आतंक तुम्हारा !❤
❤बिच्छू जैसा डंक तुम्हारा !!❤
❤करे पति जो पत्नी-सेवा !❤
❤मिलती उसको सच्ची मेवा !!❤
❤पत्नी-वन्दना जो कोई गावे !❤
❤जीवन में कोई कष्ट न पावे !!❤
❤प्रभु दीक्षित कर पत्नी-वन्दन❤
❤पत्नी का कर लो अभिनन्दन !!❤
❤वन्दहु पत्नी मुख-कमल❤
❤गुण-अवगुण की खान !❤
❤मिले नहीं बिन आपके,❤
❤पतियों को सम्मान !!❤

❤❤! *'''''बोलो पत्नी रानी की ......'''''* !

Saturday, 7 January 2017

आवले का गुड वाला अचार

आवले का गुड वाला अचार

सामग्री ----
    आवला ---1/2 किलो
पीली सरसो दरदरी पिसी --4 चम्मच
  मेथी दाना ---2 चम्मच पिसा
नमक --4 चम्मच
गुड ---100 ग्राम
सरसो का तेल ---5 चम्मच 
  हल्दी ---2 चम्मच
अजवायन --1 चम्मच
हींग  जरा सा
सोफ --2 चम्मच पिसी
लाल मिर्च --1 चम्मच

विधि
सबसे पहले आवला उबाल ले  व इसकी  फाक बना ले
अब कडाई मे तेल डाले कम गैस रखे
व अब इसमे मसाले डाले
हींग डाले +अजवायन+हल्दी+लाल मिर्च+सोफ +सरसो +मेथी दाना +नमकडाले व भूने
5 मिन्ट तक
अब मसाले भुन जाने पर इसमे गुड डाले
जब गुड पिंघल जाऐ तो थोडा सा पका ले
व इसमे आवले की फाक उबली वाली डाल दे
व 5-7 मिन्ट तक पका ले
व ठंडा होने पर काच के बर्तन मे निकाल ले
आपका आवले का अचार तैयार है

Google is a girl or a boy..?

Teacher : Google is a girl or a boy..?
Student: Google is a Girl…..because it won’t let you complete
the whole sentence and start guessing, suggesting…..and
you ask only one question…..
but get hundreds of irrelevant answers in seconds….

Teacher: clever boy .

Wednesday, 4 January 2017

RESPECT THE TIME ZONE

```Time Will Come !

Kenya is 2 hrs ahead of Nigeria, but it does not mean that Nigeria is slow, or that Kenya is fast. Both countries are  working based on their own "Time Zone."

Some one is still single. Someone got married and 'waited' 10 yrs before having a child, there is another who had a baby within a year of marriage.

Someone graduated at the age of 22, yet waited 5 years before securing a good job; and there is another who graduated at 27 and secured employment immediately !

Someone became CEO at 25 and died at 50 while another became a CEO at 50 and lived to 90 years.

Everyone works based on their 'Time Zone',

People can have things worked out only according to their pace.
Work in your “time zone”.

Your Colleagues, friends, younger ones might "seem" to go ahead of you.

May be some might "seem" behind you.

Don't envy them or mock them, it's their 'Time Zone.'
You are in yours!

Hold on, be strong, and stay true to yourself. All things shall work together for your good.

You’re not late …
You are not early ... you’re very much On time!

*RESPECT THE TIME ZONE*```

धोखाधड़ी का भेद सोने का

*क्या है एक्साइज ड्यूटी (ED) ?*

मान लीजिये आप सुनार के पास गए आपने *10 ग्राम प्योर सोना 30000 रुपये का खरीदा।*
उस सोने को लेकर आप सुनार के पास हार बनवाने गए। सुनार ने आपसे 10 ग्राम सोना लिया और कहा की 2000 रुपये बनवाई लगेगी।
आपने *खुशी* से कहा ठीक है। उसके बाद सुनार ने *1 ग्राम सोना निकाल लिया* और 1 ग्राम का *टांका* लगा दिया। क्योंकि बिना टांके के आपका हार बन ही नहीं सकता।

*यानी की 1 ग्राम सोना 3000 रुपये का निकाल लिया* और 2000 रुपये आपसे *बनवाई अलग से* लेली।

यानी आपको *5000 रुपये का झटका* लग गया। अब आपके *30 हजार* रुपये सोने की कीमत मात्र *25 हजार* रुपये बची और सोना भी *1 ग्राम कम कम हो कर 9 ग्राम शेष बचा ।* 

बात यहीं खत्म नही हुई। उसके बाद *अगर* आप पुन: अपने सोने के हार को बेचने या कोई और आभूषण बनवाने पुन: उसी सुनार के पास जाते हैं तो वह पहले टांका काटने की बात करता है और सफाई करने के नाम पर *0.5 ग्राम सोना* और कम हो जाता है।

अब आपके पास मात्र *8.5 ग्राम* सोना ही बचता है। यानी की *30 हजार* का सोना मात्र *25500* रुपये का बचा।

आप जानते होंगे कि,

*30000 रुपये का सोना + 2000 रुपये बनवाई = 32000 रुपये ।*

*1 ग्राम का टांका कटा 3000 रुपए + 0.5 ग्राम पुन: बेचने या तुड़वाने पर कटा मतलब सफाई के नाम पर = 1500/=*

*शेष बचा सोना 8.5 ग्राम*

*यानी कीमत 32000 - 6500 का घाटा = 25500 रुपये*

*भारत सरकार की मंशा क्या है ?*

*एक्साइज ड्यूटी* लगने पर सुनार को रसीद के आधार पर उपभोक्ता को पूरा सोना देना होगा।
और जितने ग्राम का टांका लगेगा उसका सोने के तोल पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जैसा कि आपके सोने की तोल *10 ग्राम* है और टाका *1 ग्राम* का लगा तो सुनार को रसीद के आधार पर *11 ग्राम* वजन करके उपभोक्ता को देना होगा। इसी लिए सुनार हड़ताल पर है कि अब उनका *धोखाधड़ी* का *भेद* खुल जायगा।

*कृपया इस मेसेज को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें । जागो ग्राहक जागो।*