Friday, 3 March 2017

कृषि आय के निर्धारण से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु

*कृषि आय के निर्धारण से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु*

कृषि आय का निर्धारण करने के लिए आयकर विभाग अन्य बातों के अलावा निम्न बिंदुओं पर भी विचार करता है:-

1) कृषि भूमि के स्वामित्व के कागजात अथवा स्वामित्व नहीं होने पर भाड़े का करारपत्र।

2) कृषिभूमि जोतने हेतु आवश्यक कृषि यंत्रो के स्वामित्व के कागजात।

3) कृषियंत्रो के परिचालन एवं रखरखाव के खर्चों के कागजात।

4) भाड़े के यंत्रों से कृषि कार्य करवाने पर भाड़े की रसीद।

5) खाद, बीज आदि क्रय करने पर बिल अथवा रसीद।

6) बुवाई, निराई, गुड़ाई, कटाई, छँटाई, कढ़ाई, परिवहन आदि मजदूरों से करवाने पर मजदूरी भुगतान की रसीद।

7) अन्य सहायक यंत्रों, बारदाना आदि के बिल अथवा रसीद।

8) अगर फसल वित्तीय वर्ष के अंत तक नहीं बिकी है तब उसे स्टॉक के रूप में दिखाना आवश्यक।

9) कृषि उपज के विक्रय का बिल।

10) भुगतना प्राप्ति की रसीद (यथासंभव भुगतना चेक से प्राप्त करना उचित रहता है)।

11) रोजनामा, रोकड़बही, खाताबही आदि पुस्तकों के द्वारा कृषि आय सहित अन्य आय का सही एवं पूर्ण हिसाब दर्ज करना।

12) और अंत में सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह कि एक सरकारी कर्मचारी अथवा अधिकारी सेवा नियमों के तहत कृषि सहित कोई भी अन्य व्यवसाय नहीं कर सकता है। हाँ, वह अपनी कृषि भूमि भाड़े पर दे सकता है तथा ऐसा भाड़ा भी कृषि आय ही माना जायेगा। इसी तरह उसकी पत्नी अथवा बच्चे उसकी कृषि भूमि पर कृषि कार्य कर सकते है।

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