Sunday, 18 December 2016

friendship

"Two years and 10 months ago in-front of his eyes his girlfriend was brutally raped by six bastards in a running bus of Delhi.

He fought till the time he was beaten blue with an iron rod.

They broke his leg, robbed him, snatched his mobile & left him almost naked..

He fought till the time he could. Then on that chilling cold night he was thrown from the running bus along with his girl friend.

They were naked, drained, exhausted & both were bleeding for different reasons.

He tried to stop passing cars & kept on begging for a piece of shawl to wrap his naked girl friend & finally he got it after 40 minutes.

Then he took her to the hospital, admitted her, called the police,called her parents & did every possible co-operation that a true friend should do in the hour of need.

He could have fled from the bus - he did not. 

He could have left her on the road - he did not. 

He could have claimed fame & money ( as the father of Nirbhaya who took Rs 25 lakhs from UP CM, a job for his son & many more from many people in his daughter's name ) - but he did not. 

He could have claimed his treatment money from Govt - he did not. 

He could have become the most frequently seen face in the electronic media in exchange of money - he did not.

If this is not friendship then what is friendship??

When the entire country roared for the girl no one thought what this boy had gone through that night.

He is not a film star or a cricketer.

He is Awindra Pratap Pandey, a boy from Gorakshapur in UP, the boy who loved his girl from the core of his heart.

When this boy is there somewhere in anonymity, why we Indians should celebrate Friendship Day on 3rd August to copy the Americans??

We should celebrate Friendship Day in India  on 16th December to salute the spirit of Awindra who proved what friendship means.

Let 16th December be the official Friendship Day in India.

Am I talking sense??

Saturday, 17 December 2016

बिना इंटरनेट अब घर बैठे पता कीजिए आपके अकाउंट में है कितना पैसा

बिना इंटरनेट अब घर बैठे पता कीजिए आपके अकाउंट में है कितना पैसा

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया: * 99* 41#
पंजाब नेशनल बैंक: * 99* 42#
एचडीएफसी बैंक: * 99* 43#
आईसीआईसीआई बैंक: * 99* 44#
एक्सिस बैंक: * 99* 45#
कैनरा बैंक: * 99* 46#
बैंक ऑफ इंडिया: * 99* 47#
बैंक ऑफ बड़ौदा: * 99* 48#
आईडीबीआई बैंक: * 99* 49#
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: * 99* 50#
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया: * 99* 51#
इंडियन ओवरसीज बैंक: * 99* 52#
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स: * 99* 53#
इलाहाबाद बैंक: * 99* 54#
सिंडीकेट बैंक: * 99* 55#
यूको बैंक: * 99* 56#
कोर्पोरेशन बैंक: * 99* 57#
इंडियन बैंक: * 99* 58#
आंध्रा बैंक: * 99* 59#
स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद: * 99* 60#
बैंक ऑफ महाराष्ट्र: * 99* 61#
स्टेट बैंक ऑफ पटियाला: * 99* 62#
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: * 99* 63#
विजया बैंक: * 99* 64#
देना बैंक: * 99* 65#
यस बैंक: * 99* 66#
स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर: * 99* 67#
कोटर महिंद्रा बैंक: * 99* 68#
इंडसइंड बैंक: * 99* 69#

पर्याप्त

*किसी का दिल दुखाने वाली बात न कहें , वक्त बीत जाता है, बातें याद रहती हैं 

*लंबी जबान और लंबा धागा हमेशा उलझ जाता हैं

*बुरे विचार उस हृदय में प्रवेश नहीं कर सकते जिसके द्वार पर ईश्वरीय- विचार के पहरेदार खड़े हों

दुनियां आपके '  उदाहरण ' से बदलेगी आपकी ' राय ' से नहीं।

*इंसान की सबसे बड़ी सम्पत्ति उसका मनोबल है ।

*सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है ।

*ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो लोग उस पर विश्वास न करें ।

*कमजोर तब रूकते हैं जब वे थक जाते हैं और विजेता तब रूकते हैं जब
वे जीत जाते हैं

*अहंकार से जिस व्यक्ति का मन मैला है, करोड़ो की भीड़ में भी वो सदा अकेले रहते है ।

*हमारी समस्या का समाधान किसी के पास नहीं है, सिवाय हमारे

*काम में ईश्वर का साथ मांगो लेकिन ईश्वर ये काम कर दे, ऐसा मत मांगो ।

*जिस हाथ से अच्छा कार्य हो , वह हाथ तीर्थ है 

*अच्छा दिल संबंधों को जीत सकता है पर अच्छा स्वभाव उसे आजीवन निभा सकता है ।

*अगर मैं सुखी होना चाहता हूं तो कोई मुझे दुखी नहीं कर सकता ।

*गलतियां क्षमा की जा सकती हैं अगर आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो ।

*ईमानदारी बरगद के पेड़ के समान है जो देर से बढ़ती है किन्तु चिरस्थायी रहती है 

*यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने में सफल होता हैं तो यकीनन आप उसकी हाथ की कठपुतली हैं

*जिसके पास उम्मीद हैं वह लाख बार हार के भी नहीं हारता

*कुछ देने के लिए दिल बड़ा होना चाहिए, हैसियत नहीं

*घर बड़ा हो या छोटा , अगर मिठास न हो तो इंसान तो क्या , चीटिंयां भी नहीं आती

*इस जन्म का पैसा अगले जन्म में काम नहीं आता लेकिन पुण्य जन्मों -जन्म तक काम आता है

*जो ' प्राप्त ' हैं वो ही ' पर्याप्त ' हैं इन दो शब्दों में सुख

ऐसे हैक हो सकता है आपका बैंक एकाउण्ट

'((((((((((((( सावधान )))))))))))

ऐसे हैक हो सकता है आपका बैंक एकाउण्ट-

1= Hacker Facebook से आपका नाम और जन्म तारीख प्राप्त कर लेता है।

2 = इस जानकारी को इनकम टैक्स विभाग की साइट पर जाकर update करता हैं और वहां से pancard व मोबाईल नम्बर प्राप्त कर लेता हैं.

3 = उसके बाद duplicate pancard बनवा लेता है।

4 = फिर police ठाने में mobile चोरी हो जानेकी सूचना देता है ।

5= duplicate pancard लेजाकर mobile company से आपके number का simcard निकलवा लेता हैं.

6 = internet banking के माध्यम से आपके बैंक account में छेडछाड करता हैं.

7 = बैंक की साइट पर जाकर forgot my password इस option पर जाता हैं.

8 =आगे के options आसानी से पार करते हुए simcard पर Internet banking का pin प्राप्त कर लेता है ।

इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें व अपने सभी मित्रों को इसकी जानकारी दें।

धन्यवाद,,,,,

देवेंदर कुमार
इन्कम टैक्स इंस्पेक्टर
जयपुर, राजस्थान

scientist husband..

Wife calls her scientist husband...

"Honey.. Its Saturday night ......ur late..."

"Im busy with my team in an experiment"

"Whats that?"

"We've just added a derivative of C2H5OH (whiskey) with ambiant temperature H2O(water) and aqueous CO2(soda). To cool this mixture added some super low temperature, solidified H2O(ice), now while waiting for some protein(chicken tikka), we are fumigating (smoking)the lab with vapours of nicotine(...
It's 4 or 5 round experiment.. So I will be late."

"Oh dear.. I won't disturb you. Take ur time.."

जब   मैंने  "दारू" पी पहली  बार 

जब   मैंने  "दारू"
पहली  बार  पी थी,

में  खुद  अपनी  नज़र
में  गिर  गया  था.......

और  मैंने   दारू   छोड़ने    का
फैसला   कर  लिया ?

लेकिन  तब  मैंने,
इन  तमाम  लोगों  के  बारे  में सोचा..... .

किसान-जो अँगूर  उगाते  है।

वो "दारू"   फेक्टरी   के  मजदूर,

वो  कांच  की  बोतल   की  फेक्टरी में  काम  करने  वाले  मजदूर,

वो "बार" में  नाचने  वाली  गरीब
बार डांसर,

वो "बार"में  काम  करने  वाले वेटर,

वो "कबाड़ी" जो  बोतल  इकट्ठा  कर अपना अपनी  रोजी रोटी कमाते है,

इन सबको  लादकर  चलने वाले गरीब ट्रक ड्राइवर ,

और उनके  बीबी बच्चों के बारे में सोचा  तो मेरी आंख भर आयी,

और बस......
उसी पल फैसला  किया  की  अबसे,

में  रोज  पियूँगा........

क्योंकि .........

"अपने  लिये तो सब जीते  है,
हम तो  गरीबों के लिये पीते है"

प्लीज़  सेन्ड टू आल फ्रेंड

लेट देम आलसो ज्वाइन  अस.....

जीयो   और  जीने  दो,

पीयो   और  पीने  दो............

ऐसे हैक हो सकता है आपका बैंक एकाउण्ट

'((((((((((((( सावधान )))))))))))

ऐसे हैक हो सकता है आपका बैंक एकाउण्ट-

1= Hacker Facebook से आपका नाम और जन्म तारीख प्राप्त कर लेता है।

2 = इस जानकारी को इनकम टैक्स विभाग की साइट पर जाकर update करता हैं और वहां से pancard व मोबाईल नम्बर प्राप्त कर लेता हैं.

3 = उसके बाद duplicate pancard बनवा लेता है।

4 = फिर police ठाने में mobile चोरी हो जानेकी सूचना देता है ।

5= duplicate pancard लेजाकर mobile company से आपके number का simcard निकलवा लेता हैं.

6 = internet banking के माध्यम से आपके बैंक account में छेडछाड करता हैं.

7 = बैंक की साइट पर जाकर forgot my password इस option पर जाता हैं.

8 =आगे के options आसानी से पार करते हुए simcard पर Internet banking का pin प्राप्त कर लेता है ।

इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें व अपने सभी मित्रों को इसकी जानकारी दें।

धन्यवाद,,,,,

देवेंदर कुमार
इन्कम टैक्स इंस्पेक्टर
जयपुर, राजस्थान

Thursday, 15 December 2016

Question_क्या NPS से ऋण लिया जा सकता हे यदि हा तो उसकी प्रकिया क्या हे??

Question_क्या NPS से ऋण लिया जा सकता हे यदि हा तो उसकी प्रकिया क्या हे??

Answer_ऋण की सुविधा नही है✅
लेकिन कुल जमा राशि का 25%भुगतान प्राप्त कर् सकते हैं

उक्त राशि प्राप्त करने हेतु उक्त फॉर्म भरना होगा जिसे अपने DDO से हस्ताक्षर करवाकर
फॉर्म में दिए कारण से सम्बंधित मूल दस्तावेज जिला कार्यालय राज्य बीमा(NPS) में जमा कराएँ
और स्वयम् के account से Partial Withdrawal  के विकल्प का चयन करें जिसमे आप अधिकतम 25%राशि तक प्राप्त कर सकते हें
किन्तु आपके NPS account को 10 वर्ष पुरे होने चाहिए

पचाना सीखो.

*जीवन से जो भी मिले*
*उसे पचाना सीखो..*

*क्योंकि भोजन ना पचने पर चर्बी बढ़ती है.*
*पैसा ना पचने पर दिखावा बढ़ता है..*
*बात ना पचने पर चुगली बढ़ती है..*
*प्रशंसा ना पचने से अहंकार बढ़ता है..*
*निंदा ना पचने पर दुश्मनी बढ़ती है..*
*राज़ ना पचने पर खतरा बढ़ता है..*
*दुख ना पचने पर निराशा बढ़ती है..*
*और सुख ना पचने पर पाप बढ़ता है..*

*कड़वा है,*
*किन्तु सत्य है यह.!*
     

Tuesday, 13 December 2016

कैसे पकड़े जा रहे हैं इतनी बड़ी मात्रा में नोट के बंडल?

चिप नहीं फिर कैसे पकड़े जा रहे हैं इतनी बड़ी मात्रा में नोट के बंडल?

देश में जितने बड़े पैमाने पर नोटों के बंडल पकड़े जा रहे हैं वैसा अभी तक कभी नहीं हुआ होगा। हर किसी के मन में सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि नोट के बंडल बैंकों से निकलते ही 2 से 4 दिन के अंदर पकड़ लिए जा रहे हैं। इनकम टैक्स के अफसरों को आखिर बड़ी तादाद में ले जाए जा रहे कैश का पता कैसे चल जा रहा है?

यहां हम आपको बता दें कि नकदी की तलाश में मारे गए इनकम टैक्स के छापों में से एक भी अभी तक ऐसा नहीं है जिसमें उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा हो। ऐसे छोटे बड़े छापों में अब तक 300 करोड़ से ज्यादा कैश पकड़ा जा चुका है।

छापों में 100 फीसदी कामयाबी कैसे?

कई लोग इस बात पर हैरान हैं कि नकदी के लिए मारे गए छापे अब तक लगभग सौ फीसदी सफल रहे हैं। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में इनकम टैक्स अफसरों ने सीधे घर के बाथरूम में ही छापा मारा था और ऐसा लग रहा था कि वहां पर नोट कहां है इसकी जानकारी पहले से थी।
यही हाल लगभग सभी जगह हुआ है। चाहे वो दिल्ली में चार्टर्ड अकाउंटेंट का दफ्तर हो या बेंगलुरु में कर्नाटक सरकार के इंजीनियरों का घर। सबसे ज्यादा बरामदगी नकदी को कार, ट्रेन या हवाई जहाज से ले जाने की कोशिश में हुई है। इसी वजह से कई लोग यह शक जताने लगे हैं कि नई नोट में चिप तो नहीं लेकिन कोई न कोई ऐसा सिक्योरिटी फीचर लगा है जिसकी वजह से इसका सुराग आसानी से मिल जा रहा है।

एक जानकारी के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि  नोट में कोई चिप नही बल्कि एक प्रकार के रेडियो एक्टिव इंक का प्रयोग है। रेडियोएक्टिव स्याही का प्रयोग विकसित देशों में पहले से बतौर इंडिकेटर (सूचक/संकेतक) किया जाता रहा है।

दरअसल P32 फास्फोरस का रेडियोएक्टिव आइसोटोप है जिसके नाभिक मे 15 प्रोटोन और 17 न्यूट्रोन होते हैं और यह रेडियोएक्टिव स्याही में न्यून मात्रा में प्रयोग किया जाता है। यह रेडियोएक्टिव वार्निंग टेप की तरह प्रयोग होता है जिससे एक ही जगह पर मौजूद लिमिट से अधिक होने पर इंडिकेटर के तौर पर नोटों की मौजूदगी को यह सूचित करता है। जिससे भारी मात्रा में लोग इससे युक्त नगदी का संग्रह करते ही पकड़े जा रहे हैं।

नए नोट भी लोग छुपा कर वहीँ रख रहे हैं जहां सोना चांदी और अन्य अवैध कमाई के नोट है ऐसे में जांच के दौरान छिप कुछ नही रहा।
दो हजार के साथ पांच सौ की नोट में भी यही इंक का प्रयोग है और जल्द आने वाली हजार के नोट में भी यही प्रयोग हुआ है। हालाँकि क्षयांक यानि टी हाफ की वजह से एक तय समय बाद नोट की इंडिकेटर सक्रियता कम हो जायेगी इसलिए नये नोट भी भविष्य में बंद होंगे।
यह इंक का इंडिकेटर कहाँ लगा है इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है।
इसे आप संकल्पना (हाइपोथिसिस) कहें या जो भी मगर सिर्फ आप लोगों के हित में है, क्योंकि आप ईमानदार नही बने तो यह नई नोट आपको ईमानदार बना देगी। जिसे शक दूर करना हो वह गूगल में रेडियोएक्टिव इंक खोज सकता है अन्यथा भ्रम पाले रहना भी बहुतों को जरुरी..