Saturday 17 December 2016

पर्याप्त

*किसी का दिल दुखाने वाली बात न कहें , वक्त बीत जाता है, बातें याद रहती हैं 

*लंबी जबान और लंबा धागा हमेशा उलझ जाता हैं

*बुरे विचार उस हृदय में प्रवेश नहीं कर सकते जिसके द्वार पर ईश्वरीय- विचार के पहरेदार खड़े हों

दुनियां आपके '  उदाहरण ' से बदलेगी आपकी ' राय ' से नहीं।

*इंसान की सबसे बड़ी सम्पत्ति उसका मनोबल है ।

*सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है ।

*ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो लोग उस पर विश्वास न करें ।

*कमजोर तब रूकते हैं जब वे थक जाते हैं और विजेता तब रूकते हैं जब
वे जीत जाते हैं

*अहंकार से जिस व्यक्ति का मन मैला है, करोड़ो की भीड़ में भी वो सदा अकेले रहते है ।

*हमारी समस्या का समाधान किसी के पास नहीं है, सिवाय हमारे

*काम में ईश्वर का साथ मांगो लेकिन ईश्वर ये काम कर दे, ऐसा मत मांगो ।

*जिस हाथ से अच्छा कार्य हो , वह हाथ तीर्थ है 

*अच्छा दिल संबंधों को जीत सकता है पर अच्छा स्वभाव उसे आजीवन निभा सकता है ।

*अगर मैं सुखी होना चाहता हूं तो कोई मुझे दुखी नहीं कर सकता ।

*गलतियां क्षमा की जा सकती हैं अगर आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो ।

*ईमानदारी बरगद के पेड़ के समान है जो देर से बढ़ती है किन्तु चिरस्थायी रहती है 

*यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने में सफल होता हैं तो यकीनन आप उसकी हाथ की कठपुतली हैं

*जिसके पास उम्मीद हैं वह लाख बार हार के भी नहीं हारता

*कुछ देने के लिए दिल बड़ा होना चाहिए, हैसियत नहीं

*घर बड़ा हो या छोटा , अगर मिठास न हो तो इंसान तो क्या , चीटिंयां भी नहीं आती

*इस जन्म का पैसा अगले जन्म में काम नहीं आता लेकिन पुण्य जन्मों -जन्म तक काम आता है

*जो ' प्राप्त ' हैं वो ही ' पर्याप्त ' हैं इन दो शब्दों में सुख

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