Friday 20 January 2017

चंद लाइने  दोस्तों के नाम

*एक दोस्त अपने दोस्त के शव को देख कर मुस्कुराया ।*                       
*तो एक बुजुर्ग ने कहा कि बेटा जवान मौत पर मुस्कुराते नहीं ।*    
*लड़के ने आँख साफ करते हुये बोला*             *बाबा क्या बताऊ दिल तो खून के आंसू रो रहा है*         
*लेकिन दोस्त से वादा किया था जब भी मिलेंगे* ....हँसते हुए मिलेंगे....                 
*मै जब मर जाऊ तो हसते हुये आना यारों क्यों की उस वक्त मेरे हाथ तुम्हारे आंसू नहीं पोंछ सकेंगे* 
_*चंद लाइने  दोस्तों के नाम:-*_

"क्यूँ  मुश्किलों में  साथ  देते  हैं  "दोस्त"
"क्यूँ  गम  को  बाँट लेते  हैं "दोस्त"
"न  रिश्ता  खून  का  न  रिवाज  से  बंधा  है !
"फिर  भी  ज़िन्दगी  भर  साथ  देते  हैं  "दोस्त. "
                                     
“प्रेम से रहो दोस्तों जरा सी बात पे रूठा नहीं करते,
पत्ते वहीं सुन्दर दिखते हैं जो शाख से टूटा नही करते।

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