घर लौटने पर पति ने पाया कि घर बुरी तरह बिखरा हुआ है... बच्चे बाहर अपने नाइट सूट में खेल रहें हैं... उनके खिलौने फैले हुए हैं... डाइनिंग टेबल पर खाना खुला पडा है कपडे सोफे और कुर्सियों पर लटके हुए हैं... गीले तौलिये बिस्तर पर पड़े है... अखबार यूँ ही फैले है सोफे पर.... नमकीन कालीन पर बिखरी पडी है... रजाइयां बिस्तरे पर खुली हुई है... रसोई में बर्तन जूठे बिखरे हुए... कुर्सिया इधर उधर .... बाथरूम गंद।...
पति घबरा गया। उसे लगा कि पत्नी बहुत बीमार तो नहीं है ।जब वह कमरे में पहुँचा ,तो देखा पत्नी आराम से कुर्सी पर बैठ कर पत्रिका पढ रही है। जैसे ही पति पर निगाह पडी वह मुस्कुरा कर बोली---कहो कैसा रहा दिन?
अकबकाए पति ने पूछा----क्या हुआ ? यह क्या हाल बना रखा है?
पत्नी का जवाब था----तुम अॉफिस से लौटने के बाद रोज पूछते हो ना कि मैने आज क्या किया? तो आज.................. मैने कुछ नहीं किया।
Dedicated to all lovely House wife's (ladies)
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