Friday, 4 November 2016

बचपन

जवानी से अच्छा कहीं एक बचपन हुआ करता था
जिसमें दुश्मनी की जगह सिर्फ एक कट्टी हुआ करती थी

कितने खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन        
कि सिर्फ दो उंगलिया जुडने से दोस्ती फिर शुरू हो जाती थी

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