Wednesday 12 October 2016

दुनिया बदल गई है

      *"अक्सर सुना जाता है*
*कि अब दुनिया बदल गई है...!!*
           *पर जरा साेचिये..*

*" क्या बदला है जमाने में ?*
*➖"मिरची ने अपनी तिखाश नहीं बदली,*
*➖आम ने अपनी मिठास नहीं बदली,*
*➖पत्तों ने अपना हरा रंग नहीं बदला,*
*➖चिडियों ने चहकना नहीं छोडा,*
*➖फूलों ने महकना नहीं छोडा। "*
*➖ईश्वर ने अपनी दयालुता हमेशा दि..*
*➖प्रकृति ने अपनी कोमलता नहीं बदली...*

*बदलीं हैं तो इंसान ने अपनी इंसानियत ,*
*और दोष देता हैं पूरी दुनिया को...!*

*➖" दुनिया सतयुग में भी ऐसी ही थी,*
*➖त्रेता में भी, द्धापर में भी, और कलयुग में भी।*

                  *बदला है*
       *तो सिर्फ इन्सान बदला,*
   *या इन्सान की सोच बदली है।*सुप्रभात

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