*"अक्सर सुना जाता है*
*कि अब दुनिया बदल गई है...!!*
*पर जरा साेचिये..*
*" क्या बदला है जमाने में ?*
*➖"मिरची ने अपनी तिखाश नहीं बदली,*
*➖आम ने अपनी मिठास नहीं बदली,*
*➖पत्तों ने अपना हरा रंग नहीं बदला,*
*➖चिडियों ने चहकना नहीं छोडा,*
*➖फूलों ने महकना नहीं छोडा। "*
*➖ईश्वर ने अपनी दयालुता हमेशा दि..*
*➖प्रकृति ने अपनी कोमलता नहीं बदली...*
*बदलीं हैं तो इंसान ने अपनी इंसानियत ,*
*और दोष देता हैं पूरी दुनिया को...!*
*➖" दुनिया सतयुग में भी ऐसी ही थी,*
*➖त्रेता में भी, द्धापर में भी, और कलयुग में भी।*
*बदला है*
*तो सिर्फ इन्सान बदला,*
*या इन्सान की सोच बदली है।*सुप्रभात
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